16 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों प्रयागराज एयरपोर्ट का उद्घाटन हुआ था। यात्रियों के लिए इसे एक जनवरी 2019 को खोला गया। अब तक यहां 29 हजार से ज्यादा विमानों की आवाजाही हो चुकी है।
प्रयागराज एयरपोर्ट 16 दिसंबर 2023 यानी आज पांच वर्ष का हो जाएगा। बीते पांच वर्ष में यह एयरपोर्ट कई मुकाम हासिल कर चुका है। प्रदेश में सिर्फ घरेलू उड़ान संचालित करने वाले एयरपोर्ट में प्रयागराज नंबर वन है। बीते पांच वर्ष में सर्वाधिक यात्रियों का आवागमन प्रयागराज एयरपोर्ट के खाते में ही दर्ज है। पांच वर्ष के सफर में एयरपोर्ट 23 लाख से ज्यादा यात्रियों का हमसफर बन चुका है। अब महाकुंभ को देखते हुए एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य भी शुरू हो गया है।

प्रदेश में यात्रियों और विमानों की आवाजाही के मामले में लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट प्रयागराज से आगे हैं, लेकिन यह दोनों ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। वहीं, प्रयागराज से सिर्फ घरेलू उड़ान ही संचालित हैं। इस लिहाज से प्रयागराज एयरपोर्ट सिर्फ घरेलू उड़ान संचालित करने वाले प्रदेश के आगरा, कानपुर, गोरखपुर, बरेली, हिंडन से काफी आगे है।
2018 में हुआ था उद्घाटन
16 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों एयरपोर्ट का उद्घाटन हुआ था। यात्रियों के लिए इसे एक जनवरी 2019 को खोला गया। अब तक यहां 29 हजार से ज्यादा विमानों की आवाजाही हो चुकी है। एयरपोर्ट से नौ शहरों की सीधी हवाई कनेक्टिविटी है। यहां से दिल्ली के लिए दो एवं मुंबई, बंगलूरू, पुणे, भुनेश्वर, लखनऊ, बिलासपुर, भोपाल, देहरादून के लिए एक-एक फ्लाइट है। 2025 महाकुंभ तक यहां से जम्मू, गोवा, हैदराबाद, गुवाहाटी, चेन्नई, अहमदाबाद, कोलकाता, नागपुर, पटना, जयपुर के लिए सीधी फ्लाइट शुरू हो सकती है।
ब्रिटिश हुकूमत में लंदन के लिए थी प्रयागराज से सीधी फ्लाइट
ब्रिटिश हुकूमत के दौरान प्रयागराज देश के उन चुनिंदा शहरों में शामिल था, जहां से लंदन के लिए सीधी फ्लाइट थी। प्रयागराज में हवाई अड्डा 1931 में स्थापित किया गया था। उस दौरान यह देश के पहले चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट में शामिल था। हालांकि, यहां विमान संचालन एयरफोर्स वाले हिस्से से ही हो रहा था। यहां से 1932 तक लंदन के लिए सीधी विमान सेवा थी। जुलाई 1933 में, इंपीरियल एयरवेज ने कराची-जोधपुर-दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद (अब प्रयागराज)-कोलकाता मार्ग पर अपनी उड़ान शुरू की।
यह विमान जून 1940 तक चला। इसके बाद हवाई सेवा बंद हो गई। लंबे अंतराल के बाद 2003 में यहां से एयर सहारा ने दिल्ली और कोलकाता के लिए हवाई सेवा शुरू की। हालांकि, बाद में यह सेवा बंद हो गई। उसके बाद 2005 में एलाइंस एयर ने दिल्ली की उड़ान शुरू की, जो अब भी संचालित है। बाद में दिसंबर 2018 को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यहां एक नया टर्मिनल बनवाया जो रिकार्ड 11 माह में बनकर तैयार हुआ।
दिसंबर 2024 तक हो जाएगा एयरपोर्ट का विस्तार
कुंभ-2025 को लेकर प्रयागराज एयरपोर्ट के विस्तार के कार्य ने तेजी पकड़ ली है। यहां मौजूदा टर्मिनल भवन 6700 वर्ग मीटर में है, जबकि उसके बगल में नया टर्मिनल भवन 9500 वर्गमीटर में बनेगा। रनवे से टर्मिनल तक विमान के लिए एक और टैक्सी वे का भी निर्माण होगा। नए टर्मिनल भवन में तीन एयरोब्रिज भी लगाए जाएंगे, जबकि एक अन्य एयरोब्रिज को पुराने टर्मिनल भवन में लगाया जाएगा।