चिनाब नदी का वॉटर लेवल डेढ़-दो फुट पर आ गया। पत्थर वाली तलटही ऊपर आ गई। घुटने भर पानी जाकर लोग वीडियो बनाने लगे। इलाके को लोगों ने पहली बार पैदल ही गरजती-उफतनी चेनाब को पार कर लिया। कई बुजुर्ग ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में अबतक चिनाब को ऐसा नहीं देखा था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के इस फैसले से जम्मू के लोग खुश हैं और इससे भी बड़े एक्शन की उम्मीद जता रहे हैं।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को सबक
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता को सस्पेंड कर दिया है। इसके तहत चिनाब, राबी, व्यास और सतलुज के पानी को जगह-जगह डैम पर रोका जा रहा है। बूंद-बूंद पानी को तरसेगा पाकिस्तान, भारत ने चिनाब नदी का पानी रोका, बगलिहार गेट जलविधुत बांध के गेट किए बंद। पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी का बहाव 90% तक कम हो गया है। वहीं, किशनगंगा बांध के लिए भी इसी तरह के अभियान की योजना बनाई गई है।
भारत का एक और कड़ा फैसला
भारत ने पाकिस्तान के साथ 1965, 1971 और 1999 की जंग के बाद भी सिंधु जल समझौते को सस्पेंड नहीं किया था। लेकिन इस बार पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सरकार ने इस संधि को रोक दिया है, जिससे पड़ोसी मुल्क की हालत खराब हो गई है।
65 साल बाद सस्पेंड हुआ समझौता
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ 65 साल से चले आ रहे सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया है। इसे कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत की ओर से उठाया गया सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है।
नहीं मिलेगा 1 बूंद भी पानी
भारत ने चिनाब नदी पर बने बगलिहार बांध से पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी के प्रवाह को रोक दिया है और झेलम पर किशनगंगा परियोजना से भी पानी के बहाव को कम करने की तैयारी कर रहा है। यह कदम सिंधु नदी से पड़ोसी देश को एक भी बूंद पानी नहीं जाने देने के अपने फैसले पर अमल करते हुए उठाया गया है।