इस साल होलिका दहन 24 मार्च को मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद को समर्पित है। इस दिन को लेकर लोगों की अपनी – अपनी मान्यताएं हैं। ऐसा कहा जाता है कि होलिका दहन से पहले मुहूर्त देखना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसके बगैर यह पर्व पूरा नहीं होता है। तो चलिए यहां इसकी तिथि और पूजा नियम के बारे में जान लेते हैं।
हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में से एक होली है। होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जो इस साल 24 मार्च को मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद को समर्पित है। इस दिन को लेकर लोगों की अपनी – अपनी मान्यताएं हैं। ऐसा कहा जाता है कि होलिका दहन से पहले मुहूर्त देखना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इसके बगैर यह पर्व पूरा नहीं होता है। तो चलिए यहां इसकी तिथि और पूजा नियम के बारे में जान लेते हैं।
इस साल होलिका दहन पर कुछ समय के लिए भद्राकाल का साया रहेगा, जो 24 मार्च रात्रि 11 बजकर 13 मिनट तक रहने वाला है। ऐसे में होलिका दहन के लिए सबसे उत्तम समय रात्रि 11 बजकर 14 मिनट से लेकर 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप होलिका दहन बिना बाधा के कर सकते हैं।
