कोतवाली थाना क्षेत्र के बहादुरगंज पुलिस चौकी के पास शनिवार को डिस्पोजल के दुकान में आग लग गई। अत्यधिक भीड़ वाले इलाके में आग लगने से अफरातफरी मची रही। मुहल्ले के लोग आग बुझाने में जुटे रहे। सूचना पाकर दमकलकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। आग की भयावहता को देखते हुए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर बुला ली गईं।


आसपास के लोगों को भीड़ जमा हो गई और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। परिजनों को सकुशल बाहर निकालने का प्रयास किया जाना लगा, लेकिन विनोद केसरवानी घर से बाहर आने के लिए तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि उन्होंने खून पसीने से दुकान को खड़ा किया है वह इसी में जलकर मर जाएंगे, लेकिन बाहर नहीं निकलेंगे। किसी तरह उनको बाहर निकाला गया। सदमे के चलते अर्धअचेतावस्था में उन्हें और उनकी पत्नी को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ देर बाद विनोद केसरवानी की मौत हो गई। उनका बड़ा लड़का शहर के ही बलुआ घाट पर परिवार के साथ रहता है। आग लगने से लाखों रुपये के डिस्पोजल क्वालिटी के दोना, पत्तल, गिलास, चम्मच, कटोरी समेत आदि सामान नष्ट हो गए। दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुचीं हैं। दो का पानी खत्म हो गया और तीसरी से आग बुझाया जा रहा है।तीन मंजिले मकान में आग सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर पर लगी। बताशा मंडी में घनी आबादी के बीच यह मकान है, जिसमें ऊपर दूसरे तल पर परिवार रहता था, जबकि नीचे के तल पर और तीसरे तल पर दोना पत्तल का गोदाम बनाया गया था। आग तेजी से फैलने का यही कारण भी माना जा रहा है क्योंकि भारी मात्रा में दोना पत्तल स्टोर करके रखा गया था।