थाना कोखराज के ग्राम छितापुर का एक ऐसा मामला आया है कि लोग सुन कर अपने दांतों तले उंगली दबा रहे है बता दे कि मृतक सिराजुद्दीन के लड़के फिरोज अहमद की शादी पास के ही आलम चंद गांव में सूफिया* *पुत्री शकील अहमद के साथ 7 मई 2018 को हुई थी फिरोज अहमद अपनी पत्नी सूफिया को बंगलोर ले जाना चाहता था सूफिया किसी भी तरह बंगलोर जाने के लिए* तैयार नही हो रही थी इसी बात को लेकर पति व पत्नी में तू तू मैं मैं हुई और सूफिया अपने पति समेत ससुराली जनो के खिलाफ झूठी शिकायत करने लगी तथा अपने पति के संग रहने से इनकार कर दिया जिसकी शिकायत सभी पुलिस के आला अधिकारियों से किया लेकिन जाँच में सच्चाई न हो पाने के कारण फिरोज आदि लोगो पर कोई कार्रवाई नही हो सकी तभी दोनो पक्ष पारिवारिक न्यायालय में अपना अपना वाद दायर कर रखा है उसके बावजूद सूफिया ने 156/3 के तहत ऑर्डर कराकर थाना कोखराज में सास व पति व जेठ व अपने ससुर मृतक के नाम मुकदमा दर्ज करवा दिया मजे की बात तो ये है कि जिस ससुर सिराजुद्दीन के नाम मुकदमा दर्ज हुआ है उनकी मृत्यु 12 दिसंबर 2008 को हो चुकी है अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या मुर्दा कब्रस्तान से दहेज की मांग कर रहा था जिसको दहेज न मिलने पर मुर्दे के विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया अब देखना ये है कि विवेचना अधिकारी इस मुकदमे को मन गढ़ंत मानते है कि सही मानते है मृतक के नाम मुकदमा लिखे जाने से पूरा परिवार वालो में रोष व्याप्त है