अज्ञात व्यक्तियों ने ग्लेशियर की दवा मार कर वा केले के पौधों को काटकर किया नष्ट।
लेकिन इस साल जिले के केला उत्पादकों को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सीजन कि शुरुआत से प्रकृति की बेरुखी और बीमारी के बढ़ते प्रसार को देखते हुए केला उत्पादकों ने खुद को खतरे में पाया है. लगातार दो साल से केला उत्पादकों को भारी बारिश और कोरोना की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा हैं. इस साल भी बारिश और फिर कीटों के बढ़ते खतरे के कारण किसान परेशान हैं.नतीजतन, किसान लाखों के नुकसान के बावजूद बागों से केले के पौधों को उखाड़ रहे हैं. अज्ञात व्यक्तियों ने ग्लेशियर की दवा मार कर वा केले के पौधों को काटकर किया नष्ट। घनश्याम मौर्य ग्राम बेरूई थाना सराय। अकिल जनपद कौशांबी । के खेतों में अज्ञात लोगों ने ग्लेशियर की दवा मार् कर व काटकर। किया केले के पौधों को नष्ट करके भारी नुकसान कर दिया। ऐसी हरकत देखकर ग्रामीणों में आक्रोश।शुरुआती सीजन में भारी बारिश के कारण केले के बाग नष्ट हो गए थे. जिसके बाद उत्पादन में गिरावट देखी गई थी. वहीं अब केले के बाग पर सीएमवी रोग के बढ़ते प्रकोप से किसान चिंतित है. नतीजतन किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं
संजय हेला वरिष्ठ पत्रकार इंडियन न्यूज़ 20 बेरूई कौशांबी