तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता मदन मित्रा ने रविवार को यह टिप्पणी कर विवाद छेड़ दिया कि पश्चिम बंगाल सचिवालय तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मार्च के दौरान हिंसा और पुलिस पर हमलों में शामिल लोगों को सिर्फ दस मिनट में सबक सिखाया जा सकता है.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता मदन मित्रा ने रविवार को यह टिप्पणी कर विवाद छेड़ दिया कि पश्चिम बंगाल सचिवालय तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मार्च के दौरान हिंसा और पुलिस पर हमलों में शामिल लोगों को सिर्फ दस मिनट में सबक सिखाया जा सकता है. हालांकि साथ ही राज्य के पूर्व मंत्री मित्रा ने यह भी कहा कि टीएमसी भाजपा की विघटनकारी नीतियों के प्रतिशोध में इस तरह की कार्रवाई के पक्ष में नहीं है. मदन मित्रा के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पलटवार करते हुए कहा कि बोरिया-बिस्तरा बांधकर बाहर भेज दूंगा. हमारे भी हाथ हैं.
मदन मित्रा ने कहा कि वह केवल भाजपा को यह बताना चाहते हैं कि टीएमसी क्या कर सकती है लेकिन उस हद तक नहीं जाएगी. मदन मित्रा के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में काफी बवाल मचा है.
लगेंगे 10 मिनट, 4 बम मारकर साफ कर देंगे- बोले मदन मित्रा
मदन मित्रा ने कहा, “नबान्न अभियान के नाम पर बीजेपी ने जो किया…वो गुंडागर्दी है.. ममता दीदी ने कहा था पुलिस कार्रवाई न करे. वर्ना कार्रवाई 2 मिनट में की जा सकती है…आज मैं जिस जगह पर साड़ी बांट रहा हूं वहां पर 400 महिलाएं मौजूद हैं… अगर हम उस जगह को खाली करना चाहें तो 2 मिनट में उसे साफ कर सकते हैं…