प्रयागराज गिरजा घर के सामने पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ धरने पर बैठीं महिलाएं.
ग्रामीण प्रधान के गिरफ्तारी पर काफी आक्रोश मैं नजर आए ग्रामवासी.

*उत्तर प्रदेश* की योगी सरकार के सत्ताशीन होने के बाद प्रदेश की जनता को यह विश्वास हुआ है कि अब गरीबों और मजलूमों के साथ अन्याय नहीं होगा। योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेते ही यह साफ कर दिया था कि किसी भी पीड़ित को परेशान ना होना पड़े। उसकी तुरंत सुनवाई की जाए और दर्ज मुकदमे के आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। यह सब सुनने में तो अच्छा लगता है मगर जब हम ज़मीनी हकीकत से रूबरू होते हैं तो तस्वीर कुछ अलग ही नज़र आती है आज भी पीड़ित

पुलिस के चक्कर लगाता है मगर उसे न्याय नही मिल रहा है। बल्कि उसको मुकदमे बाजी में फंसा दिया जाता. ऐसा ही एक मामला सामने आया है प्रयागराज के थाना बारा गांव सेहुड़ा के मजरे गोदिया का पुरवा के निवासी दुरेंद्र ने ग्राम प्रधान को फोन करके बताया कि हमारे घर के आस-पास एक व्यक्ति घूम रहा है हमारे गांव के लोग डरे हुए हैं प्रधान जी हमारी मदद करें.ग्राम प्रधान सेहुड़ा

रज्जन कोल मैं 112 नंबर पुलिस को फोन करके मामले की जानकारी दी. ग्राम वासियों की समस्या का समाधान करने के लिए कहा परंतु ऐसा नहीं हुआ. पुलिस गांव आई और उस आदमी को ले जाने से मना कर दिया. गाड़ी वापस लेकर चले गए जिसे ग्राम वासियों में आक्रोश आ गया. बार-बार आग्रह करने पर फिर भी पुलिस नहीं लेकर गई. तो सभी ग्रामवासी थाने पर पहुंचे और मामले की जानकारी दी जिससे पुलिस ने आक्रोश में आकर ग्राम प्रधान को कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया और गांव वालों पर

लाठीचार्ज व गाली गलौच कर भगा दिया. गांव के प्रधान समेत कई लोग पर एफ आई आर दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. देखना यह है उच्च अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं क्या गांव वासियों को न्याय मिल पाएगा या नही. ग्राम वासियों ने आईजी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है और जब तक उनके साथी को और प्रधान को जेल से रिहा नहीं किया जाएगा वह धरने पर बैठे रहेंगे.
*मोहम्मद अहमद*
*एडिटर इन चीफ इंडियन न्यूज़ 20* +917985491185