कौशांबी ।
आखिर कौन सी है अधिकारियों की मजबूरी कि अभी तक, गैर जनपद हुए ट्रांसफर दरोगा नहीं हो रहे हैं रिलीव । यदि सूत्रों की माने तो स्टाफ की कमी का बहाना जा रहा है बताया ।
बता दे जिस दिन होता है सिपाहियों या दरोगा का ट्रांसफर तो तत्काल प्रभाव से उन्हें रिपोर्टिंग करने के लिए होता है आदेश । लेकिन जनपद में दर्जनों दरोगा और काफी संख्या में लोगों का है गैर जनपद के लिए ट्रांसफर लेकिन अभी तक रिलीव नहीं किए जा रहे हैं । आखिर अधिकारियों की ऐसी कौन सी मजबूरी है की ट्रांसफर हुए दरोगाओं और सिपाहियों को रिलीव नहीं किया जा रहा है ।

बता दे कि गैर जनपद हुए ट्रांसफर एसपी के स्टोनो ने लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा सिपाहियों के ट्रांसफर का ठेका लिया था और उनसे प्रति सिपाही ₹5000 वसूली भी किया है । इसके बावजूद भी ट्रांसफर नहीं करा सका है , यह मामला जांच का विषय है । पूर्व कप्तान अभिनंदन जो एक ईमानदार एसपी थे लेकिन उनके नाम पर भी स्टोनो ने जमकर अवैध वसूली की है । यदि जांच हुई तो करोड़ों की आय से अधिक और बेनामी संपत्ति का निकलना तय है । अब देखना है पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी इन मामलों में क्या कार्रवाई करते हैं यह जांच का विषय है ।