*मण्डलायुक्त ने ग्राम पंचायतों के समग्र विकास हेतु जन योजना अभियान के अन्तर्गत ‘‘हमारी योजना हमारा विकास’’ के आधार पर सभी सम्बंधित विभागों को कार्ययोजना बनाये जाने के दिए निर्देश*
संवादाता
प्रयागराज
09 अक्टूबर, 2020 प्रयागराज
मण्डलायुक्त श्री आर0 रमेश की अध्यक्षता में शुक्रवार को गांधी सभागार में जन योजना अभियान के सम्बंध में बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने जन योजना के अभियान के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों के समग्र विकास हेतु ‘‘हमारी योजना हमारा विकास’’ के आधार पर सभी सम्बंधित विभागो को ग्राम पंचायत की आवश्यकता के अनुरूप कार्ययोजना बनाये जाने का निर्देश दिया है, जिससे कि ग्राम पंचायतों का सर्वमुखी विकास हो सके। उन्होंने मत्स्य पालन, वर्मी कम्पोस्ट, पशुधन विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, ग्राम विकास सहित अन्य विभागों को ग्राम पंचायत की आवश्यकता के अनुरूप कार्ययेाजना बनाये जाने का निर्देश दिया है।
बैठक में जन योजना अभियान के सम्बंध में विस्तार से जानकारी देते हुए उप निदेशक, पंचायतीराज ने बताया कि पंचायतीराज मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 की वार्षिकी कार्ययोजना/ग्राम पंचायत विकास योजना को तैयार करने हेतु 2 अक्टूबर, 2020 से 31 जनवरी, 2021 के मध्य जन योजना अभियान का संचालन किया जा रहा है, जिससे कि समेकित विकास हेतु ग्राम पंचायतों द्वारा अपने विकास की कार्ययोजना को तैयार किया जा सके। उन्होंने बताया कि इसके अन्तर्गत पंचायतराज विभाग के साथ-साथ अन्य विभाग जिनकी ग्राम पंचायत स्तर पर योजनाएं संचालित है, उनकी कार्ययोजना भी जीपीडीपी में सम्मिलित होगी। उन्होने बताया कि इस वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना में संरचनात्मक अथवा निर्माण के कार्यों के साथ-साथ कम लागत और बिना लागत वाले कार्यों को भी सम्मिलित किया जायेगा। बताया कि वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा की दो बैठको का किया जाना अनिवार्य है। ग्राम सभा की प्रथम बैठक में ग्राम विकास विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गई सर्वेक्षण रिपोर्ट, प्रस्तुतीकरण, वित्तीय एवं अन्य उपलब्ध संसाधनों का विवरण एवं आवश्यक आवश्यकताओं का निर्धारण एवं चिन्हीकरण का कार्य किया जायेगा। तत्पश्चात ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध वित्तीय संसाधन के अनुसार आवश्यकताओं को सम्मिलित करते हुए ड्राफ्ट कार्ययोजना तैयार कर उसका ग्राम सभा की द्वितीय बैठक में अनुमोदन किया जायेगा। उप निदेशक पंचायतीराज ने बताया कि सतत् विकास के लक्ष्य/उद्देश्य निर्धारित किए गए है, जिसमें प्रथम उद्देश्य के अन्तर्गत सब जगह गरीबी का उसके सभी रूपों में अंत करना, उद्देश्य संख्या दो के अन्तर्गत भूखमरी समाप्त करना, उद्देश्य संख्या तीन के अन्तर्गत स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करना और सभी के लिए आजीवन तंदरूस्ती को बढ़ावा देना, उद्देश्य संख्या चार के अन्तर्गत समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना और सभी के लिए आजीवन शिक्षा प्राप्ति के अवसर को बढ़ावा देना, उद्देश्य संख्या पांच के अन्तर्गत लैंगिक समानता को हासिल करना और सभी महिलाओं और बालिकाओं का सशक्तिकरण करना, उद्देश्य संख्या छः के अन्तर्गत सभी के लिए जल और स्वच्छता की उपलब्धता सुनिश्चित करना, उद्देश्य संख्या सात के अन्तर्गत सभी के लिए किफायती, भरोसेमंद, सत्त और आधुनिक ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित करना, उद्देश्य संख्या आठ के अन्तर्गत जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभाव से बचाव के लिए तत्काल कदम उठाना, उद्देश्य संख्या नौ के अन्तर्गत पारिस्थतिकीय तंत्रों का संरक्षण और पुनरूद्धार करना एवं दसवां उद्देश्य सत्त विकास के लिये शांतिपूर्ण और समावेशी सोसाइटियों को बढ़ावा देना, सभी को न्याय उपलब्ध कराना तथा सभी स्तरों पर कारगर, जवाबदेह और समावेशी संस्थाओं को निर्माण करना है।
मण्डलायुक्त ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को ग्राम पंचायत से समन्वय स्थापित कर ग्राम पंचायतों के समग्र विकास हेतु कार्ययोजना बनाये जाने के लिए कहा है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी-श्री आशीष कुमार, मण्डलीय उप निदेशक पंचायतीराज-श्री जयदेव त्रिपाठी, उप निदेशक कृषि-श्री विनोद कुमार सहित अन्य सम्बंधित विभागांे के मण्डलीय अधिकारीगण तथा मण्डल के सभी जिलों के जिला पंचायतराज अधिकारीगण उपस्थित रहे।