दोस्तों अगर हालात असमान्य हुवे तो तन, मन, धन की जरूरत पड़ेगी, मानसिक रूप से हर स्थिति के लिये तैयार रहे
आप फिल्हाल कैसे मदद कर सकते है ये ध्यान से पढ़े
1 – घर में रहे ताकि आप को मदद की जरूरत न पड़े, तभी आप किसी की मदद कर पायेंगे।
2- घर के सदस्यों को चिंता न करने दे, घर मे हँसी खुशी का वातावरण बनाये रखे।
3- जरूरत से ज्यादा खाने पीने का समान स्टॉक न करें।
4- मोहल्ले में पड़ोसियो, दोस्तों, रिश्तेदारों को रोज संदेश भेजे कि वे घर से न निकले, उनकी जिंदगी आपके लिये कीमती है।
5- किसी भी तरह की अफवाह को न फैलाये, और फैलाने वाले को मना करें, न माने तो शिकायत दर्ज करायें।
6- हो सके तो एक रोटी कम खायें, ये इस लिये करना है घर मे स्टोर समान ज्यादा चले, और देश मे चीजो की कमी न हो, पता नहीं है कितने दिन लड़ना है, संयम रखे।
7- बुजुर्गो, बच्चों और बीमार लोगो का खास ध्यान रखे।
8- अगर सुबह आप दूध की थैली ले रहे हो तो पहले उसे बाहर से पानी से धो लीजिए और अपने हाथों को भी साबून से धो लीजिए ।
9-घर में पानी गुनगुना या गर्म करके पीजिये ।
10-. बाहर से कोई भी चीज ला रहे तो उसे 14 घण्टों के बाद उपयोग में लाइए । कूरियर या पार्सल आदि को भी 14 घण्टे बाद ही चेक करें।
11- कपड़ो को प्रेस करने को बाहर मत दो, घर पर ही प्रेस करो ।
12-Tv का रिमोट, घर की बेल(घण्टी), दरवाजे का हैंडल आदि स्यानिटायझर से नियमित साफ करें ।
. संकमण से बचना बड़ी चुनौती है । सजगता और सावधानी से ही यह लढाई जीती जा सकती है जिसमें आप सबका सहयोग अपेक्षित है।
मानवता के लिये जो हम कर पायेंगे ,करेंगे
अपने आस पास सफाई और हँसी खुशी का माहोल रखे।