मुख्य विकास अधिकारी अमित पाल ने आज विकास खण्ड सदर के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका के अवलोकन करने पर पाया गया कि पवन कुमार शुक्ला सहायक अध्यापक अनुपस्थित रहे जिनका कोई अवकाश विषयक आवेदन पत्र विद्यालय में उपलब्ध नही था जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि अनुपस्थित सहायक अध्यापक के एक दिन के वेतन का अग्रिम आदेशों तक न आहरित किया जाये। निरीक्षण के दौरान पंजीकृत 64 छात्रों के सापेक्ष उपस्थिति 26 पायी गयी जिस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी तथा सम्बन्धित सहायक अध्यापक का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी स्पष्ट संस्तुति उपलब्ध कराये। विद्यालय में चहारदीवारी नही बनी है, शौचालय क्षतिग्रस्त है जिस पर जिला पंचायत राज अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी सदर को निर्देशित किया गया कि विद्यालय में चहारदीवारी व शौचालय निर्माण नियमानुसार कराकर एक सप्ताह के भीतर अवगत कराये।
इसी प्रकार मुख्य विकास अधिकारी ने विकास खण्ड सदर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत सरायवीरभद्र में संचालित रामगढ़ी आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय आंगनबाड़ी केन्द्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री क्रान्ती देवी व सहायिका शीला देवी उपस्थित मिली। निरीक्षण के समय आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका यूनिफार्म व बैच के साथ नही थी। निरीक्षण के दौरान 03 से 06 वर्ष के 61 बच्चे, 07 माह से 03 वर्ष के 60 बच्चे, गर्भवती 14 तथा किशोरी बालिका में 03 पंजीकरण बताया गया। निरीक्षण में 03 से 06 वर्ष के बच्चों की उपस्थिति पंजिका के अवलोकन से पाया गया कि 61 पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 14 छात्र उपस्थित है, दिनांक 01 फरवरी 2020 को बच्चों की उपस्थिति 22 रही है। आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों के वजन वाली मशीन के बारे में जानकारी करने पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा बताया गया कि वजन वाली मशीन टूटी है। मेडिकल किट व ग्रोथ चार्ट नही उपलब्ध मिला। वजन पंजिका के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि 35 बच्चों का वजन लिया गया है। पोषाहार वितरण रजिस्टर के अवलोकन से पाया गया कि दिनांक 27 जनवरी 2020 को 32 बच्चों को प्रीमिक्स लड्डू का वितरण किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करें एवं दर्शित कमियों का निराकरण सुनिश्चित कराया जाये।