यूएसएआईडी फंडिंग को लेकर भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को लेकर बहस छिड़ गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ यूएसए गतिविधियों और फंडिंग के बारे में दी गई जानकारी देखी है। यह स्पष्ट रूप से बहुत ही परेशान करने वाला है।
‘संबंधित विभाग मामले की जांच कर रहे हैं’
रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी फंडिंग को लेकर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यूएसएआईडी (USAID) की ओर से भारत को 21 मिलियन डॉलर ‘किसी और को निर्वाचित कराने के लिए’ दिए जाने का मामला गंभीर है। उन्होंने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप को लेकर चिंता जताई जा रही है और संबंधित विभाग इस मामले की जांच कर रहे हैं। रणधीर जायसवाल ने आगे कहा कि फिलहाल सार्वजनिक रूप से इस पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, लेकिन सरकार इस पर विचार कर रही है। जैसे ही कोई जानकारी आती है, हम उसे साझा करेंगे।
बहुत चिंताजनक बात, हो रही है जांच : विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार इसकी जांच कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हमने अमेरिकी प्रशासन द्वारा कुछ अमेरिकी गतिविधियों और फंडिंग के बारे में दी गई जानकारी देखी है। ये स्पष्ट रूप से बहुत ही परेशान करने वाली हैं। इससे भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप के बारे में चिंताएं पैदा हुई हैं। संबंधित विभाग और एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। इस समय सार्वजनिक टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। संबंधित अधिकारी इस पर विचार कर रहे हैं और उम्मीद है कि हम बाद में इस पर कोई अपडेट दे पाएंगे।’ MEA की प्रतिक्रिया से साफ है कि भारत जल्दबाजी में कोई बयान नहीं देना चाहता है।
ट्रंप ने किया यह दावा
विदेश मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे के बाद आई है। ट्रंप ने दावा किया है कि बाइडेन प्रशासन ने भारत के चुनावों में दखल देकर (मोदी सरकार को हटाकर) किसी और की सरकार बनवाने की कोशिश की थी। ट्रंप ने एक कार्यक्रम में कहा कि यह बात भारत सरकार को बतानी होगी।
ट्रंप के बयान के बाद भाजपा हमलावर
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान पर भाजपा ने कहा कि अब कोई संदेह नहीं रह गया है कि राहुल गांधी विदेशी ताकतों के साथ मिलकर भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने में जुटे हैं ताकि उन्हें सत्ता मिल जाए। भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी विदेशी ताकतों से भारत में हस्तक्षेप की गुहार लगाते रहते हैं और अब उनकी मंशा की पुष्टि ट्रंप के बयान से भी हो गई है।
क्या है USAID?
USAID (United States Agency for International Development) एक अमेरिकी एजेंसी है। यह विकासशील देशों में आर्थिक सहायता और सामाजिक प्रोजेक्ट्स को फंडिंग करती है। लेकिन, अगर इसका इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया गया तो यह गंभीर मुद्दा बन सकता है।