जम्मू-कश्मीर से लेकर महाराष्ट्र तक इन दिनों अलग-अलग तरह की बीमारियों का खौफ है. राजौरी गांव में एक रहस्यमयी बीमारी से मौतें हो रही हैं तो पुणे में भी एक ऑटो इम्यून बीमारी आफत बनी है.
देश में इन दिनों अलग-अलग बीमारियों का कहर देखने को मिल रहा है. एक तरफ HMPV (Human Metapneumovirus) के केस ज्यादातर राज्यों में आ रहे हैं तो दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर के राजौरी में रहस्यमयी बीमारी (Rajouri Mysterious Disease) का प्रकोप है. अब तक इससे कई मौतें हो चुकी हैं. इधर महाराष्ट्र के पुणे (Pune) में भी एक अजीबोगरीब बीमारी फैल गई है, जो लोगों के पैरों की ताकत तक छीन ले रही है.
इन बीमारियों ने सरकार और प्रशासन की टेंशन बढ़ा दी है. ऐसे में चलिए जानते हैं इन रहस्यमयी बीमारियों के बारें में और इनसे बचने का क्या तरीका है..

जम्मू-कश्मीर में रहस्यमयी बीमारी
जम्मू-कश्मीर ((Jammu Kashmir)) के राजौरी में एक ही गांव में कई लोगों की मौत की खबर इन दिनों काफी चर्चा में है. गांव में पिछले 2 महीने से मौतें हो रही हैं. अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन किसी के पास जवाब नहीं कि इसका कारण क्या है. इस पर सस्पेंस बना हुआ है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मौत का सिलसिला एक शादी समारोह से शुरू हुआ और अब बारी-बारी से मौतें हो रही हैं.
7 दिसंबर से अब तक गांव में 17 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. गांव में अलर्ट जारी किया गया है. डॉक्टर्स की टीम को इस रहस्यमयी बीमारी का पता लगाने मेंजुटी है लेकिन सस्पेंस बना हुआ है. हालांकि, कहा जा रहा है कि राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में पता चला है कि मृतकों के सैंपल में कुछ न्यूरोटॉक्सिन (Neurotoxin) मिले हैं.
न्यूरोटॉक्सिन क्या है और कितना खतरनाक
न्यूरोटॉक्सिन एक तरह का केमिकल है, जो दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है. यह खाने, हैवी मेटल्स, कीटनाशक, किसी जीव के काटने या अन्य तरीकों से शरीर में पहुंच सकता है. इसकी ज्यादा मात्रा खतरनाक हो सकती है. इससे कई जानलेवा बीमारियां जन्म ले सकती हैं. न्यूरोटॉक्सिन के लक्षण की बात करें तो सिरदर्द, चक्कर आना, थकान और कमजोरी,
याददाश्त और एकाग्रता में कमी, मूड स्विंग, तनाव, पाचन गड़बड़ी, त्वचा और बालों की समस्याएं हो सकती हैं.
न्यूरोटॉक्सिन से कैसे बचें
1. हेल्दी डाइट लें, ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज ही खाएं.
2. पर्याप्त पानी पीने से बॉडी को डिटॉक्स करें.
3. रेगुलर एक्सरसाइज से इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं.
4. योग, मेडिटेशन से तनाव कम करें.
5. कीटनाशक, भारी धातु और अन्य विषाक्त चीजें न खाएं
महाराष्ट्र में कौन सी बीमारी फैली है
महाराष्ट्र के पुणे के लिए गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) ने चिंता बढ़ा दी है. अब तक 26 लोग इस बीमारी का शिकार बन चुके हैं. मरीजों में गंभीर दस्त, बुखार, शरीर में ज्यादा दर्द जैसी समस्याएं हो रही हैं. यह एक दुर्लभ बीमारी मानी जाती है. इसमें इम्यून सिस्टम नसों पर अटैक कर लगता है. इसका असर मांसपेशियों पर पड़ता है, कमजोरी महसूस होती है. कुछ मामलों में हाथ-पैर भी सुन्न हो सकते हैं. गंभीर स्थिति में लकवा भी लगने का खतरा रहता है. यह एक तरह ऑटो इम्यून बीमारी है.
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से कैसे बचें
गुइलेन-बैरी सिंड्रोम का पता इसके लक्षणों से ही चलता है. CSF फ्लूइड टेस्ट या MRI से इसकी जांच में भी बीमारी का पता लगाया जा सकता है. यह बीमारी अक्सर एक संक्रमण के बाद विकसित होती है, इसलिए संक्रमण से बचाव करने की कोशिश करें. हाथों को नियमित रूप से धोएं, खांसी और छींक के समय मुंह और नाक को ढकें और संक्रमित लोगों से दूर रहें. फ्लू और हेपेटाइटिस ए जैसे टीकों से इंफेक्शन का खतरा कम हो सकता है, हेल्दी डाइट लें और नियमित तौर पर जांच कराएं.