भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को कहा कि उसने महेंद्रगिरि में प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में एक परीक्षण सुविधा में अपने विकास लिक्विड इंजन को फिर से चालू करने में सफलता हासिल की है। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि विकास इंजन एक कार्यशील इंजन है जो इसरो के प्रक्षेपण वाहनों के द्रव चरणों को शक्ति प्रदान करता है।
इसरो के बयान के अनुसार, ये परीक्षण 17 जनवरी को किया गया।यह परीक्षण चरणों की पुनर्प्राप्ति के लिए प्रौद्योगिकियों के विकास में एक मील का पत्थर है, जिससे भविष्य के प्रक्षेपण वाहनों में पुन: प्रयोज्यता को बढ़ावा मिलेगा। विभिन्न परिस्थितियों में इंजन को पुनः चालू करने की पुष्टि करने के लिए कई परीक्षण किए जा रहे हैं।