महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों के साथ ही देश भर में 14 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो राज्यों की दो लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव को लेकर इस दिनों देश की सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। महाराष्ट्र में एक चरण तो झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। झारखंड में पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है तो वहीं झारखंड में दूसरे चरण के लिए 29 अक्तूबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। महाराष्ट्र में भी नामांकन दाखिल करने की यही तिथि है। आइये जानते हैं कि उपचुनाव और विधानसभा चुनाव को लेकर देश में क्या चल रहा है…
बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस भेजकर ही लेंगे चैन: भाजपा नेता
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ‘1951 में मुसलमानों की आबादी नौ प्रतिशत थी, आज यह 24 प्रतिशत है। पूरे देश में मुसलमानों की संख्या चार प्रतिशत बढ़ी है और हमारे संथाल परगना में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, ये 11 प्रतिशत बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं और झारखंड की सरकार इसे स्वीकार कर रही है। वोट बैंक की राजनीति के कारण न तो कांग्रेस और न ही झारखंड मुक्ति मोर्चा को आदिवासियों की चिंता है। जब तक एनआरसी लागू नहीं होता या जब तक बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस नहीं भेजा जाता, भारतीय जनता पार्टी चैन से नहीं बैठेगी, यह चुनाव का मुद्दा नहीं है, यह राष्ट्रीय मुद्दा है।’
दिल्ली से कोई साजिश करने की जरूरत नहीं: वडेट्टीवार
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण के बयान पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘दिल्ली से कोई साजिश करने की जरूरत नहीं है। वह हताश है। उन्हें अपनी गलती का खुद अहसास हुआ है। पार्टी छोड़ने के बाद जिस तरह से उन्हें चुनाव लड़ना पड़ा, नांदेड़ का नेतृत्व ही उनके लिए काफी होगा।’
संदीप देशपांडे और मिलिंद देवड़ा दोनों को हराएंगे आदित्य ठाकरे: आनंद दुबे
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा, ‘आदित्य ठाकरे के पास दिखाने के लिए पांच साल का इतिहास है, जो काम उन्होंने पिछले पांच वर्षों में वर्ली के लिए किए हैं। आपको काम का क्या इतिहास दिखाना है? मिलिंद जी (मिलिंद देवड़ा), आप 2014 का लोकसभा हार गए, 2019 का लोकसभा हार गए और पुनर्वास के लिए राजनीति से पूरी तरह गायब हो गए। फिर आपने पिछले दरवाजे से राज्यसभा का रास्ता अपनाया। अब जब एकनाथ शिंदे की तथाकथित शिवसेना को कोई उम्मीदवार नहीं मिला, जिसके सिर पर हार का दोष लगाया जाए तो काफी सोच समझकर और मंथन के बाद आपको आगे लाया गया। संदीप देशपांडे को अकेले खुद को बदनाम क्यों करना चाहिए, दो एक से बेहतर हैं। अब आदित्य ठाकरे संदीप देशपांडे और मिलिंद देवड़ा दोनों को हराएंगे और फिर मंत्री बनेंगे।’
बारामती विधानसभा सीट से आज नामांकन दाखिल करेंगे अजित पवार
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार अपने आवास से बाहर निकल गए। वह आज बारामती विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उनके भतीजे युजवेंद्र पवार बारामती विधानसभा सीट से एनसीपी-एसपी के उम्मीदवार हैं।
30 साल से यहां के सभी विकास कार्य दादा ने किए: पार्थ पवार
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के बेटे पार्थ पवार ने कहा, ’30 साल से यहां के सभी विकास कार्य दादा (अजित पवार) द्वारा किए गए हैं। लोगों ने 90 के दशक से पहले और 90 के दशक के बाद भी विकास देखा है। जाहिर सी बात है कि लोग दादा को चुनेंगे। यह एक भावनात्मक मुद्दा था कि लोकसभा में क्या हुआ और इसलिए, इससे उन्हें (विपक्ष) फायदा हुआ लेकिन यह फिर से नहीं होगा। लोग अब व्यावहारिकता पर विचार कर रहे हैं।’
बारामती से एनसीपी-एसपी के उम्मीदवार युजवेंद्र पवार के बारे में उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि लोकसभा में उन्हें जो सहानुभूति मिली थी, वह जारी रहेगी। लोकसभा की राजनीति अलग है और विधानसभा की राजनीति अलग है।’
अजित पवार ने बारामती से दाखिल किया नामांकन
अजित पवार ने बारामती से नामांकन दाखिल किया। उन्होंने इसके बाद पत्रकारों से कहा, ‘हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। जब भी मेरे खिलाफ कोई उम्मीदवार उतारा जाता है तो मैं उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में लेता हूं और उसके अनुसार प्रचार करता हूं। इस बार भी बारामती के लोग मुझे चुनेंगे और मुझे उन पर भरोसा है।’