अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की पूरी सियासत को बदल दिया है। पार्टी की नेता आतिशी को उन्होंने मुख्यमंत्री बना दिया है और खुद मुद्दा बन गए हैं। 22 सितंबर को केजरीवाल जंतर मंतर पर जनता के बीच होंगे। पार्टी का विधानसभा चुनाव के लिए कैंपेन शुरू हो गया है। पार्टी के नेता हरियाणा में प्रचार में जुटे हैं लेकिन निगाहें दिल्ली पर हैं। इस बीच पूरे घटनाक्रम में बीजेपी के हाथ कुछ नहीं आया। पार्टी देखती ही रह गई। अरविंद केजरीवाल ने 15 सितंबर को ऐलान करते हुए कहा था कि वह सीएम पद छोड़ेंगे और सिसोदिया के साथ जनता के बीच जाएंगे। पार्टी उसी रणनीति पर आगे बढ़ रही है। अब जबकि दिल्ली में केजरीवाल जनता के बीच होंगे, देखना होगा बीजेपी कैसे रिएक्ट करती है।