उत्तर प्रदेश के आगरा में ग्राम प्रधान पर सार्वजनिक शौचालय को निजी प्रयोग में लेने का आरोप है। घर की चहारदीवारी के भीतर प्रधान ने पहले तो सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करा लिया। अब ग्रामीणों को इसका इस्तेमाल नहीं करने दे रहे हैं। परेशान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक अपनी गुहार लगाई है।
मामला अकोला विकासखंड के ग्राम पिनानी रामनगर का है। यहां ग्राम प्रधान चंद्रवती हैं। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायतीपत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री शौचालय योजना के तहत बने सार्वजनिक शौचालय को प्रधान पति वीर पाल सिंह ने अपने घर की चहारदीवारी के भीतर बनवा लिया। इसका एक गेट गांव की ओर भी बना है लेकिन प्रधान के परिजन सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल ग्रामीणों को नहीं करने देते।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जब ग्रामीण शौचालय के इस्तेमाल के लिए जाते हैं तो प्रधान गालीगलौज कर उन्हें भगा देते हैं। ग्राम पंचायत अधिकारी दीवान सिंह ने सहायक विकास अधिकारी पंचायत को भेजी अपनी रिपोर्ट में यह स्वीकार किया है कि सार्वजनिक शौचालय घर के अंदर है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि शौचालय का निर्माण भूस्वामी (प्रधान पति) वीर पाल सिंह से एग्रीमेंट के बाद ही कराया गया है। लेकिन एग्रीमेंट की क्या शर्तें थीं, इसका उल्लेख कहीं नहीं किया गया।
ग्राम पंचायत में नहीं उपलब्ध थी जमीन
ग्राम पंचायत में सार्वजनिक शौचालय बनाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं थी। अधिकारियों के कहने पर अपनी जमीन पर शौचालय का निर्माण करा दिया। शौचालय वाली जमीन ग्राम पंचायत को दान कर दी है। शौचालय का दरवाजा आम रास्ते की ओर खुलता है। कोई भी ग्रामीण उपयोग कर सकता है। -वीर पाल सिंह, प्रधान पति
घर की ओर बना दरवाजा होगा बंद
जांच के बाद प्रधान को निर्देश दिए गए हैं कि सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल वह सड़क की ओर बने दरवाजे से करेंगे। महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग दरवाजे बनाए जाएंगे। उनके घर की ओर बने दरवाजे को बंद कर दिया जाएगा। –मनीष कुमार, डीपीआरओ