लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सबको चौंका दिया। किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। इस चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा की पेशकश की। इसे लेकर शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने की यह एक चाल है।
संजय राउत ने कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने दीजिए और मिठाई बांटने दीजिए। उन्होंने दावा कि मैं बार-बार कहता हूं कि मोदी की सरकार नहीं बनेगी और बनी भी तो टिकेगी नहीं। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे और शरद पवार के पक्ष में जनता का फैसला आया था, लेकिन दोनों की पार्टियों को विभाजित कर दिया गया। यहां तक बागियों को उनके नाम और चुनाव चिह्न भी दे दिए थे।

दिल्ली जाएंगे देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली जाएंगे। वे हाईकमान के सामने राज्य में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। इस दौरान फडणवीस अपने इस्तीफे की भी पेशकश कर सकते हैं।
बागियों का साथ भाजपा को पड़ा भारी
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और उद्धव ठाकरे की अविभाजित शिवसेना ने 2019 में एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ा था और दोनों को फायदा भी मिला था। उस चुनाव में बीजेपी के पाले में 23 सीटें आई थीं, जबकि शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा को बागियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ना भारी पड़ गया।
जानें क्या कहते हैं चुनावी नतीजों के आंकड़े
इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 9 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, जबकि सहयोगी दल शिंदे गुट की शिवसेना को 7 और अजित गुट की एनसीपी को एक सीट पर जीत मिली है। महाविकास अघाड़ी के तहत कांग्रेस को 13, शिवसेना (UBT) को 9 और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) को 8 सीटें मिली हैं।