कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को कहा कि हम एग्जिट पोल को बहुत गंभीरता से नहीं लेते हैं। इस बार खबर अच्छी है। हमें जानकारी मिल रही है कि हम जीतेंगे। आठ अक्तूबर को सबकुछ साफ हो जाएगा। थरूर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कई एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस की संभावित वापसी और जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन की संभावना जताई गई है। हालांकि, थरूर के विपरीत, कई कांग्रेस नेताओं ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पार्टी और गठबंधन की जीत पर भरोसा जताया है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विचारधारा को नकार दिया है। भाजपा दोनों राज्यों में सत्ता में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि उत्तरी राज्यों में कांग्रेस के पक्ष में काफी बदलाव आया है।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘हरियाणा में कांग्रेस अकेले सरकार बनाएगी और जम्म-कश्मीर में एनसी और कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाएगा। यह बहुत स्पष्ट है कि दोनों राज्यों के लोगों ने भाजपा की विचारधारा को नकार दिया है। उत्तर-भारतीय रुख कांग्रेस के पक्ष में तेजी से बदल रहा है। दोनों राज्यों में भाजपा के लिए सत्ता में कोई जगह नहीं होगी।’
इसके अलावा, कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि जम्म-कश्मीर के लोगों ने शांति और विकास के लिए वोट दिया है। उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ही एकमात्र विकल्प दिख रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के लोग पिछले दस सालों में भाजपा द्वारा किए गए अपमान का बदला लेंगे और कांग्रेस राज्य में बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी अकेले सरकार बनाने का भरोसा जताया और कहा कि उनके पास सारी व्यवस्थाएं हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा सीएम सैनी ने कहा, ‘हमें किसी भी तरह के गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ेगी। मैंने शुरू से ही कहा है कि बीजेपी अकेले सरकार बनाएगी। हमारे पास सभी व्यवस्थाएं हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि बीजेपी अकेले सरकार बनाएगी, लेकिन अगर हमें गठबंधन की जरूरत पड़ी तो हम इस पर विचार करेंगे।’
बता दें कि एग्जिट पोल ने हरियाणा में कांग्रेस के लिए क्लीन स्वीप की भविष्यवाणी की है, जबकि कुछ पोल में कहा गया है कि हरियाणा में कांग्रेस विधानसभा की 90 में से 50 सीटें जीतेगी।