महिला सेल प्रेसिडेंट निशांत खातून ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र.
झारखंड जमशेदपुर :-
आज बात कर रहे झारखंड जमशेदपुर खरकई नदी कि यह सभ्यता के विकास का बहुत ही विद्रूप और घिनौना चेहरा है।
पॉलिथीन का ढेर और फूलों की सड़न साफ दिखाई दे रही थी।
गंदगी का व्यापक असर इस तरह हो रहा है कि सारी गंदगी खरकई नदी में मिल रही है और खरका नदी का पानी भी प्रदूषित हो रहा है।
खरकई नदी के किनारे बहुत ही गंदगी फैली हुई हैं वहां जानवर मरे पड़े हैं बहुत महक गंदगी है और शराबियों का भी जमावड़ा लगा रहता है आए दिन और महिलाओं को गलत टिप्पणियां करते हैं वहां कर्बला है मजार है महिलाएं जाना आना करती हैं उस और प्रशासन का ध्यान इस ओर होना चाहिए पेट्रोल उनकी कोई भी गाड़ी वहां नहीं जाती है पुलिस का कोई भी आदमी वहां नहीं होता है वहां चोर जुआरी शराबी वहीं लोगों का बसेरा बना निभा है और गंदगी इतनी कि पूछो मत हम लोग मोदी जी के सरकार में स्वच्छता अभियान चलाते हैं पर यह नदियों को स्वच्छ रहने के बजाय नाली से भी बदतर हालत में है
स्वच्छता सुविधाओं को बनाए रखने के लिए ऐसे सिस्टम की भी दरकार होती है जो इससे जुड़ने वाले सीवेज की भी देख-रेख कर सके. इस मामले में स्वच्छ भारत मिशन को लेकर सवाल खड़े होते हैं जिनके पर्याप्त जवाब सरकार के पास नजर नहीं आते