समाजवादी पार्टी कौशांबी के कुछ नेता ने अपने निजी स्वार्थ के कारण पार्टी प्रत्याशी का पर्चा दाखिल नहीं किया.
कौशाम्बी चायल ब्लॉक में दिलीप प्रजापति भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध.
कौशाम्बी. चायल ब्लॉक प्रमुख चुनाव 2021 में समाजवादी पार्टी के कुछ नेता ने अपने निजी स्वार्थ के कारण पार्टी प्रत्याशी का पर्चा न दाखिल कर यह साबित कर दिया कि उन्होंने पार्टी को गुमराह कर धोखा देने का काम किया है

दिलीप प्रजापति का निर्विरोध निर्वाचन न होने देने की भी कोशिश की गई 3:15 Pm मिनट पर कमालपुर निवासी बीडीसी सदस्य सत्येन्द्र कुमार अपनी प्रस्तावक के साथ नामांकन पत्र लेकर पहुंचे थे। एआरओ की टेबल पर पर्चा रखकर पलक झपकते ही वह गायब हो गए। एआरओ कृष्ण कुमार ने बताया कि इस उम्मीदवार के साथ अनुमोदक भी नहीं था। इसलिए पर्चा निरस्त कर दिया गया है। प्रस्तावक सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव की पत्नी थीं। ऐसे में यह चाल सपाइयों की ही मानी जा रही है।
दिलीप प्रजापति का निर्विरोध करवाने के लिए खेल खेला गया.

आपको बताते चलें दिलीप प्रजापति का निर्विरोध होते ही कुछ समाजवादी पार्टी के नेता बधाई देने पहुंच गए.समर्थकों ने ब्लॉक कार्यालय में ही मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। दिलीप के साथ नामांकन दाखिल करने तमाम भाजपा नेता गए थे। इससे पहले दिलीप गौसपुर कटहुला के निवर्तमान प्रधान रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह 20 साल से राजनीति में हैं और भाजपा छोड़ किसी भी दल में कभी नहीं गए हैं। इसी के साथ चायल जिले का पहला ऐसा ब्लॉक बन गया है, जहां इस चुनाव में किसी का निर्विरोध निर्वाचन होने जा रहा है। बाकी सभी जगहों पर दो अथवा तीन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है।

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तरह ही ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी समाजवादी पार्टी को झटका लगा है। टिकट मिलने के बाद भी प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल नहीं किया। जिसे अपने निजी स्वार्थ के कारण पार्टी प्रत्याशी रहकर भी सपा को गुमराह करते रह गए।
मोहम्मद अहमद
एडिटर इन चीफ इंडियन न्यूज़ 20 +917985491185