नई पहल : चाय पर चर्चा
मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
प्रयागराज 1 फरवरी 2020: राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रयागराज की टीम ने “चाय पर चर्चा” एक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय, प्रयागराज में सफलतापूर्वक किया गया |
कार्यक्रम नोडल अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ वीके मिश्रा प्रयागराज व डॉ वीके सिंह प्रमुख अधीक्षक मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय के निर्देशन में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रयागराज की टीम ने किया |
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रयागराज की टीम ने पहले भी कई कार्यक्रम की पहल की है जैसे मोबाइल नशा मुक्ति केंद्र, सुसाइड प्रिवेंशन सेल का गठन, बच्चो के लिए गुड टच-बैड टच की कार्यशाला जैसे कार्यों की यह नई पहल की है | इस बार माननीय प्रधानमंत्री मोदी के सफलतापूर्वक चलाएं जा रहे ” चाय पर चर्चा “कार्यक्रम से प्रभावित होकर के किया है| इस कार्यक्रम में चिकित्सालय में आए सभी मरीजों व परिजनों एवं समस्त स्टाफ को हर्बल टी जिसमें की पिपली, अदरक, तुलसी आदि सामग्रियां से मिश्रित चाय का वितरण किया साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य की महत्वता के बारे में, मानसिक परेशानियों के लक्षण कारणों व उसके उपचारों के बारे में जानकारी दी साथ ही मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला चिकित्सालय में दी जा रही निशुल्क सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई|
कार्यक्रम के दौरान ही कोराव से आए एक नवविवाहित दंपति ने परामर्श लिया जिसमें पाया गया कि युवती का पति उस पर बेवजह शक संदे करता रहता है, उसे प्रतीत होता है कि युवती उसे जान से मारना चाहती है, व उसे घर से बाहर जाने से भी रोकता है, वह छोटी-छोटी बातों पर आक्रामक हो जाता है टीम ने ऑन स्पॉट परेशानी के स्वरूप को समझाते हुए चिकित्सा को प्रारंभ किया | साथ ही मिर्गी, डिप्रेशन, एंजाइटी के कई ऐसे मरीजों ने कार्यक्रम के दौरान परामर्श लिया जो अभी तक मानसिक परेशानी को अपनाने से डरते रहे और मानसिक रोग विशेषज्ञ से दिखाने से बचते रहें हैं |
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन डॉ राकेश कुमार पासवान मनोचिकित्सक परामर्शदाता एवं ईशान्या राज, नैदानिक मनोवैज्ञानिक द्वारा किया गया| टीम के कम्युनिटी नर्स संजय तिवारी ने कार्यक्रम में महत्वपूर्ण सहयोग दिया| मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर चड्ढा एवं डॉ कमलजीत ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया|