लोकीपुर स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्त डॉक्टर की नहीं रहती है उपस्थिति इलाज को तड़पते हैं मरीज
कौशाम्बी। मूरतगंज ब्लॉक के लोकीपुर में स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा उपलब्ध कराए जाने के बाद भी चिकित्सक मरीजों को तड़पते छोड़कर प्रतिदिन गायब रहते हैं रात भर नौटंकी देखने के बाद फार्मासिस्ट अस्पताल में मरीजों को तड़पता छोड़ कर सो जाते हैं जिससे मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है 20 वर्षों बाद भी इस सरकारी अस्पताल ने मरीजों का भरोसा नहीं जीता है जिससे इस अस्पताल में मरीज नहीं पहुंचना चाहते हैं नर्सिंग होम चलाकर चिकित्सक करोड़पति बनने का ख्वाब देख रहे हैं और स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार चिकित्सक की कारगुजारी से अनजान है यहां पर डॉक्टरों की उपस्थित नहीं रहती है। बिना ड्यूटी के प्रत्येक महीने वेतन दिया जा रहा है जिससे सीएमओ की भूमिका भी सवालों के घेरे में है फार्मासिस्ट के भरोसे यह अस्पताल कहने को सरकारी अभिलेखों में चल रहा है मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है। इससे मरीज अस्पताल में इधर उधर भटकते रहते है। सच्चाई यह है कि यह अस्पताल केवल ताला खुलने तक सीमित रह गया है
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष कुमार स्वास्थ्य केंद्र लोकीपुर में नियुक्त हैं। लेकिन अस्पताल में उनकी उपस्थिति नहीं रहती अस्पताल फार्मासिस्ट संजय पटेल के सहारे चल रहा है। अस्पताल में मरीज तड़पते रहते हैं और रात भर नौटंकी देखने के बाद फार्मासिस्ट डाक्टर की बेंच पर चैन से सोते हैं यह उनकी प्रतिदिन की दिनचर्या है उन्हें मरीजों की पीड़ा से कोई मतलब नहीं है ग्रामीणों का आरोप है कि यहां पर जो सुविधा सरकार ने उपलब्ध कराई है। वह सुविधा यहां पर ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है।
