राज्य विश्वविद्यालय की ओर से अब तक की गई यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। राज्य विश्वविद्यालय के प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर में कुल 653 संघटक महाविद्यालय है, जिनमें तकरीबन सवा चार लाख छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।सामूहिक नकल के दोषी जिन परीक्षार्थियों को डिबार किया गया है, उनमें सर्वाधिक 8,573 परीक्षार्थी बीएससी तृतीय वर्ष के हैं। वहीं, बीकॉम तृतीय वर्ष के 201 और बीए तृतीय वर्ष के 1,075 परीक्षार्थी शामिल हैं। राज्य विवि के पीआरओ डॉ. अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सामूहिक नकल के दोषी परीक्षार्थियों को एक वर्ष के लिए परीक्षा में शामिल होने से वंचित किया गया है।
वार्षिक परीक्षाओं के दौरान सभी केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में बनाए गए कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही थी। कई जगह देखने में आया कि छात्र एक साथ सिर उठाकर सामने देख रहे हैं और इसके बाद सिर नीचे कर एक साथ लिख रहे हैं। ब्लैक बोर्ड की तरफ सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। वहीं, कई जगह से उड़ाका दलों ने भी सामूहिक नकल की सूचना दी थी।
