महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन आमने-सामने हैं। दोनों ने अपने-अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं। अब शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने महाविकास अघाड़ी के घोषणा पत्र को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि एमवीए का विजन वाकई हैरान करने वाला है।
उन्होंने लिखा कि सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महायुति सरकार ने महाराष्ट्र के लिए भारत के कुल एफडीआई का 52% सुरक्षित किया है। जबकि एमवीए ने घोषणापत्र में इसे 40% तक लाने का वादा किया है। क्या वाकई हमारे राज्य के लिए उनकी यही महत्वाकांक्षा है?
वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे देवड़ा
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने वर्ली विधानसभा सीट से मिलिंद देवड़ा को प्रत्याशी बनाया है। मिलिंद देवड़ा का वर्ली सीट पर शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे से मुकाबला होगा। मिलिंद देवड़ा वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं और दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान मिलिंद देवड़ा को ही वर्ली की कमान दी गई थी। वर्ली सीट शिवसेना यूबीटी के प्रभाव वाली मानी जाती है।
जनवरी में ही कांग्रेस से शिवसेना में शामिल हुए थे
मिलिंद देवड़ा ने जनवरी में ही कांग्रेस छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना का दामन थामा था। मिलिंद देवड़ा को राजनीति विरासत में मिली है और उनके पिता मुरली देवड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे। वह दो बार लोकसभा सांसद रह चुके है और अभी राज्यसभा सदस्य हैं। जून में उन्होंने शिवसेना सांसद के तौर पर संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर पहला भाषण दिया। उन्होंने राज्यसभा में कहा था कि मुझे पिता ने पार्टी के प्रति वफादारी से पहले देश के प्रति वफादारी सिखाया है।
महाविकास अघाड़ी के घोषणापत्र में क्या
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने भी बुधवार को घोषणापत्र जारी किया था। महाविकास अघाड़ी ने जनता को पांच गारंटियां दी हैं। इसके तहत महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी तो महाराष्ट्र में जातिगत जनगणना कराएंगे। महिलाओं के लिए महालक्ष्मी योजना का एलान किया। इसके तहत महिलाओं को हर महीने तीन हजार रुपये मिलेंगे। हर परिवार का 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा कराया जाएगा। युवाओं को 24 हजार रुपये सालना देंगे। वहीं किसानों का तीन लाख तक का कृषि ऋण माफ करेंगे।