महाकुंभ-2025 के जरिए विश्व समुदाय को दिव्यांगजनों की सहायता के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा। शनिवार को तैयारियों की समीक्षा के दौरान इस कुंभ को दिव्यांग व पर्यावरण फ्रेंडली बनाने का प्रस्ताव रखा गया। कुंभ के प्लेटफार्म से प्रयागराज और आसपास के इलाके के हस्तशिल्प को बढ़ावा देने की योजना पर भी चर्चा की गई।

मंडलायुक्त कार्यालय के गांधी सभागार में दिन के 11 बजे शुरू हुई महाकुंभ-2025 की समीक्षा के दौरान भीड़ प्रबंधन में आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल पर जोर दिया गया। आगामी महाकुंभ के क्षेत्रफल का आकलन करते हुए पांटून पुलों के निर्माण के साथ ही चकर्ड प्लेट मार्गों, बिजली, पेयजल सुविधाओं के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा गया। अफसरों को निर्देशित किया गया कि वह कुंभ-2019 के अनुभव के आधार पर आगामी कुंभ की कार्य योजना बनाएं।