-नदी में 140 लाख की लागत से बनाये जा रहे दो चेकडैम
-स्थानीय पत्थरों का तुड़ान कर किया जा रहा प्रयोग
-पूर्व में हो चुका है करोड़ों रूपयों का चेकडैम घोटाला
-राष्ट्रीय सहारा के अभियान के बाद शासन स्तर से आई थी टीएसी जांच
मानिकपुर/चित्रकूट (एसएनबी)। पाठा में चेकडैमों के निर्माण में सरकारी धन के बंदरबाट का खेल दशकों से चला आ रहा है। जो आज भी बदस्तूर जारी है। जिसकी बानगी
ग्रामपंचायत कल्याणपुर के मजरा लक्ष्मनपुर में जगदीश आश्रम के पास बरदहा नदी में लगभग 70 लाख लागत से बन रहे चेकडैम में देखी जा सकती है। जहां ठेकेदार द्वारा विभागीय अधिकारियों की आपसी सांठगांठ से बड़े पैमाने में घोटाला किया जा रहा है।
मानिकपुर के पाठा इलाके में लघु सिंचाई, वन विभाग व सिंचाई विभाग द्वारा कई दशकों से पानी की समस्या दूर करने के लिये चेकडैमों का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें सरकारी धन को ठिकाने लगाने में कोई कोरकसर नहीं छोडी गई है। जिससे कई चेकडैम तो पहली बरसात को ही नहीं झेल पाये थे। इस खबर को राष्ट्रीय सहारा ने कुछ वर्षो पूर्व अभियान चलाकर प्रमुखता से छापा था।

जिला महासचिव पत्रकार समाज कल्याण समिति
कर्वी चित्रकूट