पंजाबी मेरी गर्व के लायक मातृभाषा है।किसान मज़दूर संघरश जत्थेबंदी की तरफ से डी.सी. फ़िरोज़पुर को माँग पत्र दे कर केंद्र सरकार की तरफ से किसान विरोधी खेती मंडी के लाय तीन आर्डीनैंस और बिजली एक्ट वापस लेने को लिखा
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तलवंडी भाई 26 /8/20(जगरूप सिंह मान)किसान मज़दूर संघरश समिति पंजाब का नेतृत्व नीचे आज ज़िल्हा प्रधान इंद्रजीत सिंह बाठ,ज़िला मित्र सकत्तर राणा रणबीर सिंह ठट्ठा और अंग्रेज़ सिंह बुटे वाला का नेतृत्व में किसान वफ़द डी.सी.फिरोज़पुर गुरपाल सिंह चाहल को मिला डीसी को माँग पत्र सौंपते किसान नेताओं ने कहा कि यह माँग पत्र केंद्र सरकार और प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी को डी.सी. फ़िरोज़पुर के द्वारा भेजा गया है जिस में विश्व बैंक और विशव व्यापार संस्था के दबाव नीचे केंद्र सरकार की तरफ से ज़रूरी वस्तुएँ नियम संशोधन आर्डीनैंस 2020, किसान खेती उत्पादन ख़रीद कर व्यापार आर्डीनैंस 2020, कीमत गारंटी खेती आर्डीनैंस 2020 को लागू करके किसानी पेशा तबाह करके खेती मंडी के किसानों की ज़मीनें पर कॉर्पोरेट घरानों का पूरी तरह कब्ज़ा कराने का रास्ता सपाट कर दिया गया है। पंजाब सरकार की तरफ से पहले ही को खेती उत्पादन मार्केट समिति एक्ट 1961 में संशोधन करके निजी मंडियों बनाने और सहीलो गोदाम बनाने और एक लायसेंस प्रणाली सूबे में लागू कर दी था। अब मोदी सरकार की तरफ से इसी सीध में खेती सुधारों के नाम लाए तीन आरडीनैंसें ने खेती उत्पादन मार्केट समिति एक्ट 1961 का पूरी तरह भोग डाल दिया है। पंजाब की 1873 मंडियों का बर्बादी और पंजाब मंडी बोर्ड को लगभग हर साल आती चार हज़ार करोड़ रुपए मार्केट फिस भी बंद हो जायेगी और गाँवों का विकास पूरी तरह रुक जायेगा। उक्त तीनों ही आर्डीनैंस सूबों के अधिकारों और संघी ढांचे पर सीधा हमला है। इसी तरह बिजली का प्रबंध भी पूरी तरह कॉर्पोरेट कंपनियाँ के हवाले करन के लिए पहले 2003 एक्ट में संशोधन करन के लिए बिजली संशोधन बिल 2020 को 9केंद्र शासत परदेसों में आरडीनैंसें के द्वारा लागू कर दिया गया है। राज्यों को संघी ढांचे में मिले अधिकारों और कुलहाड़ा चला कर सभी देश में बिजली का निजीकरण करन के लिए बिजली कंट्रैक्ट इनफोरसमैंट अथारटी बना कर पंजाब के किसानों और मज़दूरों को मिलती क्रास सब्सिडी बंद करके खेती मोटरों के बिल लाने की तैयारी की है किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों ही आर्डीनैंस तुरंत रद्द करे और बिजली एक्ट 2020 भी तुरंत वापस लिया जाये। मंग पत्र के द्वारा केंद्र सरकार को चेतावनी देते कहा है कि यदि सरकार ने इस माँग पत्र की ओरई ध्यान न दित्ता तो सात सितम्बर तों पंजाब भर में डी थी दफ़्तरों आगे पके मोर्चे ला कर जेल भरो आंदोलन शुरू किया जायेगा इस मौके धर्म सिंह सिद्धू, सुरिन्दर सिंह घुद्दूवाला नरिन्दरपाल सिंह जताला बलविदर सिंह छोटा, रशपाल सिंह गट्टा बादशाह, गुरबखश गुरू हर साहाए, मेजर सिंह ग़ज़नी वाला, और बलराज सिंह फेरोके भी उपस्थित थे। जारी कर दिया ज़िला मित्र सचिव राणा रणबीर सिंह ठट्ठा! इंडियन News 20 चीफ ब्यूरो जगरूप सिंह मान