*दिल्ली:-*
लॉकडाउन के बाद गरीब कल्याण पैकेज का लाभ*
गरीबों का अनाज,दालें बांटी गई-निर्मला
आरबीआई ने बाजार में लिक्विडिटी बनाई-निर्मला
5 लाख तक के रिफंड क्लेम निपटाए-निर्मला
18 हजार करोड़ रूपए आयकर रिफंड से दिए
MSME को 3 लाख करोड़ का बिना गारंटी के लोन
41 करोड़ जनधन खाते में सीधा दिया-निर्मला
80 करोड़ लोगों को 5 किलो गेंहू-चावल-निर्मला
आरबीआई बाजार में और पैसा लाएगा-निर्मला
8 करोड़ लोगों को मुफ्त सिलेंडर दिया-निर्मला
उज्जवला योजना में सिलेंडर दिया-निर्मला
कुटीर और गृह उद्योग को मदद मिलेगी-निर्मला
आरबीआई ने बाजार में नकदी बनाए रखी-निर्मला
MSME के विस्तार के लिए 50 हजार करोड़-निर्मला
वेतन का 24 फीसदी सरकार पीएफ में जमा करेगी
कारोबारी क्षमता बढ़ाने वाली कंपनियों को मदद
लोन की समय सीमा 4 साल की होगी-निर्मला
संकट में फंसी कंपनी को 20 हजार करोड़-निर्मला
15 हजार से कम सैलरी वालो को सरकारी सहायता मिलेगी
-सैलरी का 24 फीसदी सरकार उनके पीएफ एकाउंट में जमा करेगी
संकट में फंसे 2 लाख से ज्यादा MSME उद्योगों को सरकार बिना गारंटी लोन देगी
बिना गारंटी के माध्यम और लघु उद्योगों को लोन मिलेगा
जो डिप्रेशन में है, एनपीए हो रहे है ऐसे उद्योगों को 50 हजार करोड़ का लोन मिलेगा-
इससे इन माध्यम और लघु उद्योगों का विस्तार होगा इनका आकार बढ़ेगा-
MSME उद्योगों को सरकार के इस राहत फण्ड से बड़ा लाभ मिलेगा-
MSME की नई परिभाषा-ज्यादा निवेश के बावजूद टर्न ओवर के आधार पर लोन मिलेगा-
MSME परिभाषा बदली है-25 लाख निवेश जो पहले माइक्रो यूनिट माना जाता था वो अब 1 करोड़ तक के निवेश और 5 करोड़ टर्नओवर को माइक्रो यूनिट माना जायेगा भले आप उत्पादन में है या सर्विस इंडस्ट्री में है अब परिभाषा बदल गई है-
अब लाभ ज्यादा निवेश, ज्यादा टर्नओवर वाले उद्योगों को भी मिलेगा-
आत्मानिर्भर भारत का मतलब यह नहीं है कि भारत को एक अलगाववादी देश होना चाहिए: वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण
पिछले कार्यकाल में कई योजनाएं आर्थिक सुधार से जुड़ी हुई थी, पीएम फसल बीमा योजना, फिशरी डिपार्टमेंट बनाना, पीएम किसान योजना जैसे सुधार कृषि क्षेत्रों के लिए किए गए हैंः वित्त मंत्री
आत्मनिर्भर भारत के पांच स्तंभ-अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढाँचा, सिस्टम, डेमोग्राफी और डिमांड हैं: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण #EconomicPackage
डीबीटी के जरिए लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं, किसी को बैंक तक जाने की जरूरत भी नहीं पड़ रही हैः वित्त मंत्री
आत्मनिर्भर भारत के 5 पिलर हैंः इकॉनमी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोग्राफी और डिमांडः वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण
41 करोड़ जनधन अकाउंट होल्डर्स के खाते में डीबीटी ट्रांसफर किया गयाः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
5 आधार से आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, कृषि क्षेत्र में सुधार किया जाएगा-