हाल ही में इंडियन न्यूज़ “20 चैनल” पर देश के जाने-माने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी भटनागर का विशेष साक्षात्कार प्रसारित हुआ। इस साक्षात्कार में उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की और अपनी गहन विशेषज्ञता और अनुभव साझा किए। डॉ. भटनागर ने अपने व्यावसायिक जीवन में हजारों महिलाओं को न केवल चिकित्सा सहायता प्रदान की है, बल्कि उन्हें सही मार्गदर्शन देकर उनकी जिंदगी को नई दिशा भी दी है।
महिलाओं के स्वास्थ्य पर जागरूकता का संदेश
साक्षात्कार के दौरान डॉ. अश्विनी भटनागर ने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कई मिथकों और भ्रांतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे आज भी समाज में महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज किया जाता है। उनके अनुसार, “महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। गर्भावस्था, मासिक धर्म और रजोनिवृत्ति जैसे विषयों पर खुलकर बात करना और सही समय पर चिकित्सीय परामर्श लेना बेहद जरूरी है।”
विशेषज्ञता और उपलब्धियां
डॉ. भटनागर का चिकित्सा क्षेत्र में योगदान अभूतपूर्व है। उन्होंने अपने करियर में कई जटिल ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है और सैकड़ों महिलाओं को जीवन की नई उम्मीद दी है। वे आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों और नई तकनीकों के उपयोग में भी माहिर हैं। उनकी मान्यता है कि विज्ञान के नवीनतम शोध और तकनीकी विकास का उपयोग महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने में करना चाहिए।
समाज के प्रति दायित्व
डॉ. अश्विनी भटनागर न केवल एक कुशल चिकित्सक हैं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी भली-भांति समझते हैं। वे नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करते हैं और वहां की महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा प्रदान करते हैं। उनके अनुसार, “हर महिला को यह जानने का अधिकार है कि वह स्वस्थ रहने के लिए क्या कर सकती है।”

हाल ही में इंडियन न्यूज़ “20 चैनल” पर देश के जाने-माने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी भटनागर का विशेष साक्षात्कार प्रसारित हुआ। इस साक्षात्कार में उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की और अपनी गहन विशेषज्ञता और अनुभव साझा किए। डॉ. भटनागर ने अपने व्यावसायिक जीवन में हजारों महिलाओं को न केवल चिकित्सा सहायता प्रदान की है, बल्कि उन्हें सही मार्गदर्शन देकर उनकी जिंदगी को नई दिशा भी दी है।
महिलाओं के स्वास्थ्य पर जागरूकता का संदेश
साक्षात्कार के दौरान डॉ. अश्विनी भटनागर ने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े कई मिथकों और भ्रांतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे आज भी समाज में महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज किया जाता है। उनके अनुसार, “महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। गर्भावस्था, मासिक धर्म और रजोनिवृत्ति जैसे विषयों पर खुलकर बात करना और सही समय पर चिकित्सीय परामर्श लेना बेहद जरूरी है।”
विशेषज्ञता और उपलब्धियां
डॉ. भटनागर का चिकित्सा क्षेत्र में योगदान अभूतपूर्व है। उन्होंने अपने करियर में कई जटिल ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है और सैकड़ों महिलाओं को जीवन की नई उम्मीद दी है। वे आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों और नई तकनीकों के उपयोग में भी माहिर हैं। उनकी मान्यता है कि विज्ञान के नवीनतम शोध और तकनीकी विकास का उपयोग महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने में करना चाहिए।
समाज के प्रति दायित्व
डॉ. अश्विनी भटनागर न केवल एक कुशल चिकित्सक हैं, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी भली-भांति समझते हैं। वे नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करते हैं और वहां की महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा प्रदान करते हैं। उनके अनुसार, “हर महिला को यह जानने का अधिकार है कि वह स्वस्थ रहने के लिए क्या कर सकती है।”
डॉ. भटनागर की सोच और प्रेरणा
साक्षात्कार में उन्होंने अपने प्रेरणादायक सफर के बारे में भी बताया। उनका मानना है कि सही शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। वे स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और किफायती बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका यह समर्पण और सेवा भावना उन्हें अपने क्षेत्र में अद्वितीय बनाती है।
समाज को संदेश
डॉ. अश्विनी भटनागर का यह साक्षात्कार न केवल एक चिकित्सक के अनुभवों का दस्तावेज़ है, बल्कि समाज को महिलाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की एक प्रेरणा भी है। उनकी यह बात कि “महिलाओं का स्वस्थ होना परिवार और समाज के स्वस्थ होने की पहली सीढ़ी है,” एक मजबूत संदेश देता है।
मोहम्मद अहमद इंडियन न्यूज़ 20 एडिटर इन चीफ के विचार:*
डॉ. भटनागर जैसे समर्पित और जागरूक डॉक्टर हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी सेवा भावना और महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति उनका समर्पण सभी के लिए आदर्श है। समाज को उनके प्रयासों का सम्मान करना चाहिए और उनकी शिक्षाओं को जीवन में अपनाना चाहिए।