चरवा थाना क्षेत्र के कूड़ा पुर गांव के समीप भारी मात्रा में काटे जा रहे हैं हरे वृक्ष.
जानकर भी अनजान बनकर देख रही चरवा थाना पुलिस.
*चरवा* ✍️ कौशाम्बी जहां एक ओर सरकार पौधों को रोपित करने के लिए जिम्मेदारों को निर्देशित कर रही है वही सरकार की मंशा को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रशासनिक अमला हो या फिर राजनीतिक व्यक्ति हर हाथ पौधों को रोपित करने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है, लेकिन इसी जिले के चरवा थाना क्षेत्र में वृक्षों को किस तरह से काटकर हरियाली को खत्म करने का वन माफियाओं ने पुलिस की अनदेखी या फिर खाऊ कमाऊ नीति के चलते काट रहे हैं इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा रहा है कि यदि उच्च अधिकारी इस ओर गंभीर निगाहों से नहीं देखे तो क्षेत्र की हरियाली वन माफिया चट कर देंगे।
यहां बताना जरूरी होगा कि चरवा थाना क्षेत्र के कूड़ा पुर गांव के प्राथमिक विद्यालय के समीप हरी भरी आम की बाग को वन माफिया चाट लिए, इतना ही नहीं आम,महुआ के अलावा कई ऐसे फलदार हरे भरे वृक्षों को काटा जा रहा है। बड़ी बात इस बात की जानकारी चरवा थाना के जिम्मेदार के अलावा हल्का इंचार्ज को बाखूबी होने के बाद भी पुलिस के सामने ऐसी कौन सी परिस्थितियां सामने खड़ी है कि वह वन माफियाओं पर लगाम लगाने से परहेज कर रही है। सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो कहा जा रहा है कि तकरीबन 1 सप्ताह से हरे वृक्षों का कटान रातों दिन चल रहा है वह भी वन विभाग से ऐसा कोई परमिशन भी नहीं है जिससे यह वन माफिया बेखौफ होकर वृक्षों को काट रहे हो,वह बात अलग है कि चरवा थाना के हल्का इंचार्ज या फिर क्षेत्र के वन विभाग से जुड़े कर्मचारियों की सांठगांठ। इलाकाई बुद्धिजीवी लोगों ने इस ओर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए हरियाली को खत्म कर रहे वन माफियाओं की जांच करा कर कार्यवाही कराए जाने की मांग की है ।