जनता के नाम पूर्व सांसद अतीक अहमद का खत, AIMIM चीफ की मौजूदगी में अतीक की पत्नी ने पढ़ा…ओवैसी को बताया रहनुमा

पति का खत लेकर पहुंची अतीक की पत्नी माइक पर आई। उन्होंने सुलतानपुर की जनता के नाम भेजे गए अतीक के खत को पढ़कर सुनाया।
खत में अतीक अहमद ने लिख कर भेजा. ये लड़ाई सांसद, विधायक बनने की नहीं है, बल्कि ये लड़ाई पूरे मुल्क में हिस्सेदारी की है। अब हम दूसरे का झंडा नहीं उठाएंगे, जो 100 में 7% हैं, वो मुखिया बने हैं, जो 100 में 22% हैं, वो टायर जोड़ रहे और रिक्शा चला रहे हैं। हमें आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर और इंजीनियर बनना होगा। मुसलमान ने किसी को अपना नेता नहीं माना, ये बड़ी गलती की। ओवैसी साहब साहिबे इल्म हैं, हमें ये रहनुमा के रूप में मिले हैं। हिंदुस्तान में इसका सानी नहीं है। AIMIM हमारा घर है। अब दूसरों के घर में नही रहेंगे न दूसरों का झंडा उठाएंगे। आपका अपना अतीक अहमद।
सूत्रों की माने तो यूपी चुनाव में

कानपुर कैंट से अतीक अहमद तो प्रयागराज पश्चिमी से लड़ सकती हैं शाइस्ता परवीन. गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके परिवार वालों के ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में शामिल होने से सियासत गरमा गई है। अतीक परिवार के एआईएमआईएम में शामिल होते ही सपा, कांग्रेस और बसपा नेताओं का पूरा कुनबा इसे लेकर सोशल मीडिया पर कूद पड़ा। जानकारों का मानना है कि असदउद्दीन ओवैसी और जेल में बंद अतीक के गठजोड़ से प्रयागराज और आसपास के जिलों के मुस्लिम वोटों के समीकरण पर असर पड़ सकता है
किस पार्टी का हो सकता है नुकसान.

अतीक अहमद के समर्थन से समाजवादी पार्टी (SP) को नुकसान पहुंच सकता है, राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो एआईएमआईएम के इस सियासी दांव से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की परेशानी बढ़ सकती हैं, दरअसल, दोनों पार्टियों की नजर विशेष तौर मुस्लिम वोट बैंक पर है, बता दें कि पूर्व सांसद अतीक अहमद से समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पहले ही दूरी बना चुके थे.
मोहम्मद अहमद
एडिटर इन चीफ इंडियन न्यूज़ 20