चीन से जब नेपाल को दो बड़े पावर प्रोजेक्ट्स में झटका मिला तो अब नेपाल ने उन प्रोजेक्ट्स को लेकर भारत के साथ डील पक्की कर ली है. दरअसल, नेपाल के पश्चिमी क्षेत्र में बन रहे दो पावर प्रोजेक्ट्स को पहले चीनी कंपनियां बना रही थीं. लेकिन बाद में किसी वजह से चीन की कंपनियों ने इससे अपने हाथ पीछे खींच लिए. जिसके बाद अब दोनों प्रोजेक्ट्स को लेकर नेपाल और भारत के बीच बात आगे बढ़ गई है.

नेपाल इन्वेस्टमेंट बोर्ड के चीफ सुशील भट्टा ने एनएचपीसी को लेकर कहा कि NHPC का इस तरह के प्रोजेक्ट्स को विकसित करने में अच्छा रिकॉर्ड रहा है. उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में एनएचपीसी के साथ और भी प्रोजेक्ट्स पर साथ काम करने की आशा है. वहीं एनएचपीसी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अभय कुमार सिंह ने कहा कि जब हम किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए जुटते हैं तो उसे पूरा जरूर करते हैं.
नेपाल के कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहीं भारतीय कंपनियां
नेपाल में एक 900mw के पावर प्रोजेक्ट पर पहले ही भारत की SJVN लिमिटेड काम कर रही है, इसके साथ ही ये कंपनी एक दूसरे 679 mw के प्रोजेक्ट पर भी पिछले साल से काम कर रही है. वहीं नेपाल के अच्छम, दाइलेख और सुर्खेत जिलों के बीच बन रहे अपर करनाली हायड्रो इलेक्ट्रिसिटी प्रोजेक्ट पर भी भारतीय कंपनी जीएमआर का काम जारी है.