विश्व जल दिवस पर भी हुए व्याख्यान
जल संरक्षण के सार्थक उपायों को प्रदर्शित किया जायेगा
बौद्धिक संपदा अधिकार और पेटेंट प्रक्रिया पर जानकारी दी गई
चित्रकूट 22 मार्च 2024 आज महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सीएमसीएलडीपी सभागार में दो दिवसीय बौद्धिक संपदा संपदा अधिकार विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। इंजीनियर पियूष गर्ग पेटेंट कार्यालय कलकत्ता मुख्य अतिथि रहे। दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन एवं कोषाध्यक्ष बसंत पंडित विशिष्ट अतिथि रहे। अध्यक्षता कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने की। कार्यशाला अध्यक्ष प्रो आईपी त्रिपाठी अधिष्ठाता विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय एवं कार्यशाला संयोजक प्रो घनश्याम गुप्ता विभागाध्यक्ष ऊर्जा एवं पर्यावरण रहें। विषय विशेषज्ञ डॉ सुमित कुमार उदघाटन सत्र में रहे। सत्र संचालन डॉ वंदना पाठक ने किया। वैज्ञानिक और प्रबंधन बिरादरी को संवेदनशील बनाने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकारों पर केंद्रित इस राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में विश्व जल दिवस पर भी विद्वानों ने अपने-अपने विचार रखें। इस अवसर पर उद्घाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि एवं दीनदयाल सोच संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव और ग्रामोदय विश्वविद्यालय प्रबंध मंडल के सदस्य अभय महाजन ने कहा कि विश्व जल दिवस पर अपनी व्याख्यान प्रस्तुति में कहा कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता में जल का महत्व पूरे वर्ष रहता है। हमें जल ही जीवन के नारे को आत्मसात करते हुए जल संरक्षण के लिए सदैव प्रयास करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य देशों में जल दिवस वर्ष में केवल एक दिन मनाया जाता है, जबकि भारत में संपूर्ण वर्ष जल दिवस रहता है। बौद्धिक संपदा अधिकार के संदर्भ में श्री महाजन ने कहा कि हमारा देश बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में काफी सशक्त है। आवश्यकता है पेटेंट कार्यक्रम के प्रति विशेष जन जागरूकता की । विशिष्ट अतिथि बसंत पंडित ने बौद्धिक संपदा अधिकार और जल के महत्व पर प्रकाश डाला।

रिपोर्टर=अभिषेक ओबेरॉय
जिला महासचिव पत्रकार समाज कल्याण समिति
कर्वी चित्रकूट