उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दो दिन पहले एक नर्स के साथ निर्भया जैसी गैंगरेप का मामला झूठा निकला। मेरठ रेंज के IG प्रवीण कुमार ने गुरुवार को बताया- महिला से गैंगरेप रेप नहीं हुआ था। महिला के दोस्त आजाद ने 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी के विवाद का समाधान निकालने के लिए यह पूरी कहानी बनाई थी। पुलिस ने आजाद, गौरव और अफजाल को गिरफ्तार किया है।
सबसे पहले झूठे गैंगरेप का मामला पढ़िए…
दरअसल, दिल्ली निवासी 36 वर्षीय महिला (जिसे रेप पीड़ित बताया गया) एक बड़े हॉस्पिटल में नर्स है। वो अपने भाई के बर्थडे पार्टी में 16 अक्टूबर की शाम गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में आई थी। भाई का कहना था कि खाना खाने के बाद उसने बहन को आश्रम रोड पर ऑटो के लिए छोड़ दिया और वो वापस चला गया। इसके बाद बहन लापता हो गई।
18 अक्टूबर को महिला नंदग्राम इलाके में सड़क किनारे बेहोशी मिली। अब वो दिल्ली के GTB हॉस्पिटल में भर्ती है। मामले में महिला के भाई ने दिल्ली के दीनू, शाहरुख, जावेद, धोला और औरंगजेब उर्फ जहीर के खिलाफ FIR कराई थी। पांचों पर गैंगरेप, प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने और हाथ-पैर बांधकर बोरी में भरकर फेंकने का आरोप लगाया गया। इन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।