गुटखा और पान मसाला खाने वाले लोग अक्सर चलती सड़क पर थूक देते हैं। साफ-सुथरी सड़कों पर भी अक्सर गुटखों के निशान देखने को मिलते हैं। वहीं अगर किसी ने गुटखा थूकने वालों को टोंका, तो वो उल्टा टोंकने वाले पर ही बिफर पड़ते हैं। मगर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसे लोगों का इलाज ढूंढ निकाला है। नितिन गडकरी का कहना है कि गुटखा और पान मसाला थूकते समय इन लोगों की फोटो लेना चाहिए और इसे अखबार में छपवाना चाहिए।
विदेश जाकर कैसे आता है बदलाव?
स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं सालगिरह पर नागपुर में भाषण देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कई मुद्दों पर बात की। इसी दौरान नितिन गडकरी ने उन लोगों का जिक्र किया, जो सड़कों पर अक्सर थूकते हुए चलते हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश के लोग बहुत चालाक हैं। वो चॉकलेट खाते हैं, तो उसका रैपर सड़क पर फेंक देते हैं। मगर वही लोग जब विदेशों में जाते हैं, तो चॉकलेट के रैपर को जेब में रख लेते हैं। विदेशों में वही लोग खुद को सभ्य नागरिकों की तरह पेश करते हैं, लेकिन अपने ही देश में गंदगी फैलाने से नहीं चूकते हैं।
मैं भी पहले ऐसा ही था- नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि पहले मैं भी ऐसा ही था। कोई भी चीज खाने-पीने के बाद रैपर इधर-उधर फेंक देता था। मगर अब मैंने खुद को बदल लिया है। अब मैं चॉकलेट खाता हूं, तो रैपर अपने जेब में रख लेता हूं और घर जाकर उसे कूड़ेदान में फेंक देता हूं।
सड़क पर गुटखा थूकने वालों का इलाज
वहीं सड़क पर गुटखा खाने वाले लोगों का जिक्र करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि गुटखा और पान मसाला खाने वाले लोग अक्सर सड़कों पर थूक देते हैं। इससे न सिर्फ सड़क गंदी होती है बल्कि दूसरे लोगों को भी परेशानी होती है। इसका सिर्फ एक ही इलाज है। सड़क पर थूकने वाले लोगों की फोटो खींचो और इसे अगले दिन अखबार में छपवा दो।
पीएम मोदी ने लगाई झाड़ू
बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान को आज 10 साल पूरे हो चुके हैं। इस दौरान देश के कई कोनों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पंडारा पार्क स्थित स्कूल में झाड़ू लगाई है। संसद में भी सफाई अभियान का आयोजन किया गया था। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया था।