क्यों किसी बच्ची की छीन रहा है मुस्कानअपनी इंसानियत छोड़ क्यों बन रहा है हैवानक्यों जीती जागती बच्ची को बना रहा है बेजानजाए भी तो जाए कहाँ, ना स्कूल सुरक्षित न मकानक्यों पवित्र मंदिर का भी कर रहा है

अपमानक्यों लड़कियों के कपड़े पर दे रहा बेतुका बयानक्यों नेता भी सब जानकर बन रहे अनजानक्यों बच्ची की सुरक्षा के लिए नही कर रहे कुछ इंतज़ामकहा गए वो लोग जो बोलते थे बेटी है देश की शानक्यों उसकी आबरू लूटने पर देश अभी तक है शांतक्यों ना दरिंदो को फाँसी देकर, बढ़ाये बच्चियो का मानफिर मिलकर एक नारा लगाए , देश की बच्ची, देश का अभिमान