*क्या जनता को सच दिखाना है जुर्म*
*हरवंश प्रसाद महाविद्यालय प्रबंधक विवेक शुक्ला ने अपने गुर्गों के साथ किया पत्रकारों से दबंगई थाना पिपरी जनपद कौशांबी का मामला*
*क्या लोगों तक असलियत पहुंचाना एक ऐसा जुर्म है जिस पर मारने की धमकी दी जाए और उनसे गाली-गलौज किया जाए*.
आइए बताती हैं ऐसे लोगों के बारे में जो अपनी गलतियों को छुपाने के लिए लोगों से बदतमीजी गाली गलौज और उन को मारने तक की धमकी देते हैं यह मामला 24 सितंबर 2020 का है जहां गुप्त सूचना इंडियन न्यूज़ 20 टीम को मिली जो आज हरवंश प्रसाद महाविद्यालय दुर्गापुर थाना पिपरी जनपद कौशांबी मिली थी क्योंकि वहां एग्जाम चल रहे थे इंडियन न्यूज़ 20 की टीम ने वहां पर होते हुए कुछ गैर कामों को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया जैसे कि बच्चों को चीटिंग कराना मास्क ना लगाना और गुटखा पान खाके इधर-उधर थूकना और टहलना एक गलत काम है यह सारे काम उस विद्यालय में चल रहे थे परीक्षा के दौरान जब इंडियन न्यूज़ 20 टीम ने इन वारदातों को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया जिसमें बच्चों को चीटिंग भी कराई जा रही थी और विद्यालय से निकल गए तो विद्यालय के प्रबंधक और उनके गुर्गों ने हमारी टीम को रास्ते में घेर लिया और गाली गलौज करने लगे और हमारी टीम की फोन को छीन कर विद्यालय की सारी वीडियोस डिलीट कर दी और जान से मारने की धमकी भी दी यहां तक कहा कि तुम लोग बार-बार हमारे विद्यालय की कमियां सभी को बताते हो और मीडिया के अंतर्गत दिखाते हो जिससे हमारी बहुत बदनामी होती है और हमारी टीम और टीम के रिपोर्टर को मारने की धमकी दी इसके बाद हमारी टीम के लोग वहां से किसी तरह बचकर भागे और
*एडिशनल एसपी कौशांबी से सारा मामला बताया उन्होंने कड़ी निंदा की पिपरी थाना प्रभारी को सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया.और प्रधान संपादक ने एडीएम को भी ज्ञापन दिया इस मामले में कड़ी निंदा की और सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया. टीम ने अपनी सुरक्षा की मांग की और आपको बताते चलें कि उस उस विद्यालय में हो रहे गैर कानूनी काम की कुछ सबूत अभी भी हमारी टीम के पास मौजूद है कुछ वीडियोस मोबाइल में रह गई हैं तो हमारा सवाल है जनता से हमारी सरकार से और इस समाज से कि क्या सच को सामने लाना एक जुर्म है हमारी टीम तो सिर्फ सर्च को सामने लाने का काम कर रही थी क्यों की हमारा प्रण है उद्देश्य है सच्ची खबर हमारी पहचान इसलिए हमारा सरकार से निवेदन है कि हमें और हमारी टीम को पूरी सुरक्षा दी जाए. और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.