कौशांबी जिला के तीनों तहसीलों में स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में सपा कार्यकर्ताओं ने साइकिल रैली निकालकर बढ़ रही महंगाई व भ्रष्टाचार के खिलाफ व महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ नारा लगाते हुए लोगों को अपने साइकिल रैली के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर तक पहुंचाने को कहा गए कि जिससे 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव ने भाजपा को उखाड़

फेंक समाजवादी पार्टी की सरकार बनाई जाए क्योंकि जनता बेरोजगारी व महंगाई से त्रस्त हो चुकी है व भूमि माफिया द्वारा गरीबों की जमीनों पर हो रहे कब्जे से जनता त्रस्त है भाजपा सरकार में केवल पूंजी पतियों की सरकार है ना कि गरीबों की सरकार जहां सरकार गरीबी दूर करने की बात करती है लेकिन इस पर अमल नहीं करती क्योंकि कोरोना जैसी महामारी में 2 साल से गरीबों के बच्चे स्कूल की ओर मुंह तक नहीं देख पाए

जिससे गरीब का बच्चा जो थोड़ा बहुत स्कूल में जाकर पढ़ लेता था वह भी भूल गया है जहां सरकार गरीबों के बच्चों को ऑनलाइन को कहा लेकिन जब गरीब के घर में मोबाइल ही नहीं एंड्राइड तो उसका बच्चा कैसे पड़ेगा वही बच्चों को पाले या 600 का रिचार्ज करें यह सरकार की कैसी मंशा है मुझे तो लगता है सरकार की यही मंशा है कि गरीब का बच्चा यदि पढ़ लिख जाएगा तो

जागरूक होगा शायद कहीं इसी मंशा के तहत तो स्कूल बंद नहीं रखा गया क्योंकि चुनाव की रैलियां बराबर होती रही चुनाव भी बराबर होते रहे क्या वहां कोरोनावायरस का डर नहीं था या ऐसी भीड़ को देखकर कोरोना अपने आप से डरा सहमा रहा.
राकेश दिवाकर कौशांबी ब्यूरो चीफ इंडियन न्यूज़ 20