Dolo 650. एक ऐसी दवा जो दो साल में चर्चा में आ गई. बुखार हो, सिरदर्द हो या बदन दर्द… डॉक्टर Dolo 650 लेने की ही सलाह देते रहे. हर किसी को डॉक्टर Dolo 650 लिख रहे थे. हाल यहां तक हो गया था कि उस दौरान Dolo 650 को भारतीयों का पसंदीदा ‘स्नैक्स’ तक कहा जाने लगा था. लेकिन अब एक ऐसी बात सामने आई है, जो चौंकाती है. दरअसल, फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने एक याचिका दायर की है.
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने बताया कि जब उन्हें कोरोना हुआ था, तब डॉक्टर ने उन्हें Dolo 650 लेने को कहा था.

इस याचिका में सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि Dolo 650 दवा बनाने वाली कंपनी डॉक्टरों को 1 हजार करोड़ रुपये के गिफ्ट दिए थे. हालांकि, इस दवा को बनाने वाली बेंगलुरू की माइक्रो लैब्स (Micro Labs) ने का कहना था कि हमारी पीक सेल्स 350 करोड़ रुपये की है, तो हम हजार करोड़ की गिफ्ट कैसे बांट सकते हैं.