5 दिवसीय विराट किसान मेला का तृतीय दिवस
कृषकों को अपनी आय में वृद्धि करने के लिए कृषि विविधरीकरण अपनाने के साथ-साथ पशुपालन, उद्यानीकरण, मछली पालन, आदि करने पर जोर देने की अपील की
20 जनवरी, 2020 प्रयागराज।
कृषि विभाग द्वारा 5 दिवसीय विराट किसान मेला के तृतीय दिवस की अध्यक्षता श्री विनोद कुमार उप कृषि निदेशक प्रयागराज द्वारा किया गया। विराट किसान मेला में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, खाद्य प्रसंस्करण, कृषि यंत्रों एवं फार्म मशीनरी सहित लगभग 60 विभागों/संस्थाओं द्वारा स्टाल लगाया गया है।
विराट किसान मेला में अतिथि के रूप में श्री प्रदीप कुमार यादव, सहायक अभियन्ता, कार्यालय संयुक्त कृषि निदेशक, प्रयागराज मण्डल, प्रयागराज ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के श्री सतीश कुमार, डाॅ0 मदनसेन, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, नैनी, डाॅ0 शैलेन्द्र कुमार सिंह, कृषि वैज्ञानिक शुआट्स एवं जनपद के कृषि विभाग से जुड़े अधिकारी मौजूद थे।
उप कृषि निदेशक प्रयागराज द्वारा कृषकों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अपने पंजीकरण को आधार से जोड़ने तथा आधार में अंकित नाम के अनुसार पंजीकरण के नाम में शुद्ध कराने के बारे में जानकारी दी गयी। गंगा किनारे के गांवों में 29 एवं 30 जनवरी 2020 को प्राकृतिक खेती पर कृषकों को दिये जा रहे कृषक प्रशिक्षण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी।
कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक श्री मदन सेन सिहं द्वारा कृषकों को अपनी आय में बृद्धि करने के लिए कृषि विविधरीकरण अपनाने पर चर्चा की गयी, कृषकों को कृषि कार्य करने के साथ-साथ शुपालन, उद्यानीकरण, मछली पालन, आदि करने पर जोर दिया गया। पशुपालन के महत्व को बताते हुए बताया गया कि दूध एवं गोबर जो पशु से प्राप्त होगा उसमें दूध से स्वास्थ्य ठीक रहेगा तथा गोबर को यदि खेतों में प्रयोग करेंगे तो खेत की उर्वरा शक्ति में भी वृद्धि होगी तथा मृदा स्वास्थ्य में सुधार होगा। अपने खेतो में फलदार वृक्षों का रोपण करने पर जो फल प्राप्त होगा उसे बाजार में बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त होगी, उससे आय में वृद्धि होगी। इसी तरह मछली पालन करके कृषक अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।
कृषि वैज्ञानिक शुआट्स नैनी के श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह द्वारा एकीकृत पोषक तत्व प्रबन्धक के बारे में चर्चा करते हुए कृषकों को यूरिया, डी0ए0पी0, पोटाश के स्थान पर ढैंचा, की बुवाई, राइजोबियम कल्चर के प्रयोग, वर्मी कम्पोस्ट खाद का प्रयोग के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। कृषक श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव द्वारा कृषि वैज्ञानिक से सरसों की खेती के बारे में जानकारी चाही गयी वैज्ञानिक द्वारा विस्तार पूर्वक कृषक को बताया गया।
अंकित सेवा संस्थान देवरिया की एन0जी0ओ0, सचिव श्रीमती सावित्री राय द्वारा महिला सशक्तिीकरण के बारे में महिलाओं को जागरूक करते हुए बताया गया कि महिलाओं को स्वयं सहायक समूह एवं एफ0पी0ओ का गठन करकेे विभिन्न विभागों में चल रही योजनाओं का लाभ लेने का प्रयास करना चाहिए।
उप कृषि निदेशक, प्रयागराज द्वारा अन्त में विराट किसान मेला में आये कृषि वैज्ञानिक तथा कृषि विभाग के साथ-साथ अन्य सभी सहयोगी विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी तथा दूर दराज के क्षेत्रों से आये किसानों, मीडिया, संगीत पार्टी एवं जादूगर आदि को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।