उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी कुंभ मेले में मंगलवार की रात तक़रीबन डेढ़ बजे एक घाट पर भगदड़ मची, जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है. इस हादसे में दर्जनों ज़ख़्मी भी हुए हैं.
प्रशासन ने शाम तक मौतों की संख्या के बारे में कोई बयान नहीं दिया था.
बाद में डीआईजी, महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने शाम को मीडिया से कहा कि, “महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई जिसमें से 25 की पहचान हो गई है. 60 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. “
उन्होंने घटना का कारण बताते हुए कहा, “अखाड़ा क्षेत्र में बैरिकेड्स लगे हुए हैं. इनमें से कुछ बैरिकेड्स टूट गए. कई श्रद्धालु जो ब्रह्म मुहूर्त का इंतज़ार करते हुए घाट पर ही लेटे हुए थे तभी कई दूसरे श्रद्धालु वहाँ पहुँच गए. वो देख नहीं पाए कि नीचे कौन लेटे हैं, और इस तरह ये दुर्घटना हो गई.”
शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा और बुधवार को कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं हुआ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया है.
उन्होंने कहा, “इन सब मुद्दों पर सवाल उठना स्वभाविक भी है. ये सभी घटनाएं मर्माहत करने वाली भी हैं और एक सबक भी है. लेकिन हादसे की तह में भी जाने की ज़रूरत है.”
उन्होंने कहा. “हम इसकी न्यायिक जांच करेंगे और जांच के लिए न्यायिक आयोग भी गठित किया जा रहा है. इसके अलावा पुलिस के स्तर पर भी जांच करवाएंगे कि आखिर ऐसे हादसे किन कारणों से हुए हैं.”
उन्होंने मृतकों के आश्रितों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की भी घोषणा की.
पहचान ना ज़ाहिर करने की शर्त पर स्वास्थ्यकर्मी ने बताया था कि उसने घटनास्थल पर कई शव देखे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर अपने अकाउंट से एक पोस्ट में लोगों के मारे जाने की बात को स्वीकार किया था.
पीएम मोदी ने लिखा, ”प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है. इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ. स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है. इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूँ.”