उत्तर प्रदेश के आगरा में मेट्रो ट्रेन के लिए एलिवेटेड स्टेशन बनाने का कार्य शुरू हो गया है। इसकी पाइल बनाने के लिए मशीनों से 20-25 मीटर गहरी खुदाई की जा रही है। इसके ऊपर पिलर बनाया जएगा। पिलर पर पाइल कैप और गर्डर लगाए जाएंगे। इसका निर्माण रुनकता में लगे कास्टिंग यार्ड में गर्डर बनाए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के लिए उप महाप्रबंधक पंचानन मिश्रा ने बताया कि मेट्रो के पहले कॉरिडोर में 13 स्टेशन हैं, इसके अंतिम तीन स्टेशन आईएसबीटी, गुरु का ताल और सिकंदरा में बनेगा। इनके लिए आईएसबीटी के पास पाइल लगाने के लिए खुदाई शुरू हो गई है। पिलर को मजबूती देने के लिए 20-25 मीटर गहराई में सरियों के जरिये पाइल का आधार बनाते हैं।
इस पर पाइल कैप लगाते हैं और फिर इस पर पिलर बनाया जाता है। पिलर बनने के बाद इस पर पिलर कैप और यू-कर्व गर्डर रखकर एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाता है। इसके लिए रुनकता में गर्डर बनाए जा रहे हैं। यू-गर्डर 28 मीटर लंबा और 165 टन वजनी और कर्व गर्डर 23 मीटर लंबा और 155 टन वजनी होता है।
दिसंबर तक तीनों स्टेशन बनाने का कार्य पूरा हो जाएगा। आरबीएस, राजामंडी, आगरा कॉलेज और एसएन मेडिकल कॉलेज भूमिगत स्टेशनों की सुरंग की खुदाई के लिए 4 टनल बोरिंग मशीन लगी हुई हैं। इनके मुकाबले एलिवेटेड ट्रैक का निर्माण जल्दी होगा।