आखिर क्यों बार बार होता है मुख्यालय का ही निरीक्षण
यमुना और गंगा नदी के किनारो के गांव का किया गया निरीक्षण तो हकीकत से उठेगा पर्दा
पाक साफ दिखाने के उद्देष्य से किया जा रहा है रंग रोगन पर्दा में छुप गये है रहस्य
*कौशाम्बी*। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जिले के विकास कार्यो की हकीकत खंगालने कानून व्यवस्था की सच्चाई जानने और आम जनता के दुख दर्द की हकीकत की निगरानी के लिए प्रमुख सचिव को नोडल अफसर बनाकर कौशाम्बी जिले में भेजा जा रहा है प्रमुख सचिव का जिले में 20 फरवरी को आगमान है जिले के विकास कार्यो और कानून व्यवस्था की हकीकत पर पर्दा डालकर अभी से रंग रोगन साफ सफाई का कार्य शुरू हो गया है। कई महीनों से लम्बित शिकायती पत्रो को निस्तारित कर नोडल अफसर के सामने अपने कमी पर पर्दा डालने का प्रयास जिले में तेजी से हो रहा है।
जनपद बनने के बाद जब कभी भी मंडल और शासन के दूत जिले में हकीकत खंगालने के लिए भेजे गये है उन्हे मंझनपुर मुख्यालय के थाना तहसील और ब्लाक का निरीक्षण करा दिया गया है। बीते दो दशक से बार बार मंझनपुर ही निरीक्षण में आगे क्यों होता है यह पूरे जिले के विकास कार्यो और कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान है। ग्रामीण आंचल के थाना गांव के विकास कार्यो और कानून व्यवस्था की हकीकत का निरीक्षण यदि शासन के दूत द्वारा किया जाये तो जिले के विकास और कानून की सही बानगी उन्हे मिल जायेगी।
लेकिन सवाल यह उठता है कि नोडल अफसरो के निरीक्षण में मुख्यालय का निरीक्षण कराकर हकीकत पर पर्दा डाल दिया जाता है। जिले में शासन के दूत के आने पर आलाधिकारी उनके आवाभगत में लग जाते है जिससे आम जनता शासन के दूत तक हकीकत नही पहुचा पाती है। वही अपने को पाक साफ दिखाने के उद्देष्य से पूरी तैयारी की जा रही रंग रोगन कराया जा रहा है। जिससे पर्दा में रहस्य छुप गये है
और यदि यमुना गंगा नदी के किनारे के गांव के कानून व्यवस्था विकास कार्यो की हकीकत का निरीक्षण कर लिया जाये तो वास्तविकता से पर्दा उठ जायेगा। लेकिन इसके लिए नोडल अफसर को अपने विवेक का इस्तेमाल करना होगा और आलाधिकारियो के मकड जाल से दूर हटना होगा। लोगो ने योगी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सिराथू तहसील के गंगा नदी के किनारे या चायल तहसील के यमुना नदी किनारे के गांव का स्थलीय निरीक्षण नोडल अफसर से कराये जाने की मांग की है।